व्यक्ति निर्माण की प्रयोगशाला है संघ की शाखा: युद्धवीर

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लखनऊ, 25 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा व्यक्ति निर्माण की प्रयोगशाला है। व्यक्तित्व निर्माण के लिए जिन गुणों की आवश्यकता होती है उन सभी गुणों का विकास संघ की शाखा में आने से होता है। यह बातें संघ के पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र के सह क्षेत्र सेवा प्रमुख युद्धवीर ने कही। वह रविवार को लखनऊ के विवेक खंड-2 स्थित पानी की टंकी वाले पार्क में आयोजित शाखा संगम को संबोधित कर रहे थे।

युद्धवीर ने कहा कि राष्ट्र को परमवैभव पर ले जाने के उद्देश्य को लेकर संघ काम करता है। परमवैभव का तात्पर्य रामराज्य से है। जहां सबको रोटी कपड़ा व मकान सुलभ हो। उन्होंने सुभाषित हिन्दव: सोदरा सर्वे न हिन्दू पतितो भवेत मम दीक्षा हिन्दू रक्षा मम मंत्र समानता के माध्यम से सभी स्वयंसेवकों को इसे आचरण में लाने की सलाह दी। सह क्षेत्र सेवा प्रमुख ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समाज में सामाजिक समरसता निर्माण करने के लिए सामाजिक समरसता गतिविधि के माध्यम से पूरे देश में काम करता है। वहीं साथ में समाज को मुख्य धारा से जोड़ने व जिन्हें सेवा की आवश्यकता है उनके लिए सेवा कार्यों का संचालन भी संघ की प्रेरणा से स्वयंसेवक करते हैं।

शाखा संगम में पार्क में एक साथ पूरब भाग की 20 शाखाएं अलग-अलग स्थानों पर लगीं। ध्वज लगाने से लेकर प्रार्थना तक के सभी कार्यक्रम एक ही स्थान पर किए गए। बाल-तरुण, व्यवसायी और संयुक्त विद्यार्थी शाखाओं के स्वयंसेवकों ने शाखा में नियमित किए जाने वाले कार्यक्रमों में उत्साह से भाग लिया। सभी शाखाओं के शारीरिक कार्यक्रम अलग-अलग हुए। संख्या के हिसाब से प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान पर रहने वाली शाखाओं को सम्मानित किया गया। सबसे अधिक 78 संख्या लक्ष्मण शाखा की रही। वहीं 38 संख्या के साथ दूसरे स्थान पर विवेक शाखा रही। इस अवसर पर विभाग संघचालक अरविंद जैन, भाग सायं प्रचारक कमलेश, नगर प्रचारक श्याम, वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र भदौरिया और डॉ.दिलीप अग्निहोत्री प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/पवन

   

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