थैलेसीमिया मरीजों को जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो : राज्यपाल

राज्यपाल ने थैलासीमिया पीड़ित बच्चों से राजभवन में की भेंट

लखनऊ, 14 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से गुरुवार को राजभवन में थैलासीमिया से पीड़ित 22 बच्चे व उनके परिजनों ने भेंट की। फाउंडेशन अगेंस्ट थैलासीमिया, फरीदाबाद, हरियाणा के तत्वाधान में इन बच्चों को राजभवन लाया गया था। पीड़ित बच्चों से मिलकर राज्यपाल ने उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली तथा थैलासीमिया के प्रति जागरूकता फैलाए जाने के लिए निर्देश दिए। राज्यपाल ने पीड़ित बच्चों की उचित देखभाल तथा थैलासीमिया के प्रति जन जागरूकता, रोकथाम के लिए कहा।

उन्होंने इस गंभीर बीमारी की जानकारी हेतु प्रचार प्रसार तथा शादी व गर्भधारण से पूर्व खून की HbA2 की जांच की आवश्यकता पर बल दिया। राज्यपाल ने कहा कि थैलेसीमिया के मरीजों के लिए भी जेनेरिक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित हो तथा गर्भधारण के समय ही माता-पिता की थैलेसीमिया जांच भी हो, जिससे ऐसे बच्चों की वृद्धि पर नियंत्रण हो सके। राज्यपाल ने थैलेसीमिया ग्रस्त बच्चों से मिलकर चिंता व्यक्त करते हुए इस दिशा में रोकथाम और चिकित्सा सुविधाओं के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने कहा किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को थैलेसीमिया के प्रभावी नियंत्रण से जोड़ा जाए।

थैलासीमिया खून की अत्यधिक कमी का रोग है, जिसमें जीवन भर खून चढ़ाना पड़ता है। भारत मे प्रतिवर्ष लगभग 10 से 12 हज़ार थैलेसीमिया मेजर बच्चे जन्म लेते हैं। वर्तमान समय में पूरे देश में इसके लगभग सवा लाख मरीज हैं। इन मरीजों को प्रतिमाह 1 से 2 यूनिट रक्त चढ़ाने की आवश्यकता होती है।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/राजेश

   

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