सपा ने इटावा संसदीय सीट पर बसपा के पुराने दिग्गज पर लगाया दाँव

इटावा,16 मार्च (हि.स.)। पिछले 15 सालों से बहुजन समाज पार्टी की पृष्ठभूमि में रहकर काम करने वाले जितेंद्र दोहरे समाजवादी पार्टी के बैनर तले इटावा सुरक्षित संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर गये हैं। जितेंद्र दोहरे की राजनैतिक पारी बहुजन समाज पार्टी के साथ 2005 में शुरू होकर 2020 में खत्म होकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गयी, 2005 से जितेंद्र दोहरे बहुजन समाज पार्टी से जुड़कर के सक्रिय राजनीति के साथ वर्ष 2015-16 और 2017 में जितेंद्र दोहरे बहुजन समाज पार्टी की इटावा इकाई के महामंत्री के रूप में कार्य कर चुके हैं।

2018 और 2019 में जितेंद्र दोहरे बहुजन समाज पार्टी की इटावा इकाई के जिला अध्यक्ष भी रहे है। 14 नवंबर 2020 को जितेंद्र दोहरे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष बहुजन समाज पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए और उसके बाद से लगातार समाजवादी पार्टी की राजनीति कर रहे हैं। जितेंद्र दोहरे मूल रूप से इटावा जिले के बकेवर इलाके के सुनवर्षा गांव के रहने वाले हैं। जितेंद्र दोहरे के परिवार में बेटियां और एक बेटा है।

जितेंद्र दोहरे के बड़े भाई विमलेश चौधरी भी बहुजन समाज पार्टी की राजनीति के जरिए समाजवादी पार्टी की राजनीति में स्थापित है।विमलेश दोहरे मंडल कोऑर्डिनेटर भी रह चुके हैं।

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में जितेंद्र दोहरे की पत्नी पवित्रा दोहरे को चुनाव मैदान में उतारा गया जहां उनको जीत हासिल हुई। इटावा संसदीय सीट से अपने टिकट के घोषित होने के बाद जितेंद्र दोहरे ने समाजवादी पार्टी के हाई कमान को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया है और इस बात का दावा किया है कि वह इटावा संसदीय सीट पर हर हाल में जीत हासिल करेंगे।

दोहरे का कहना है कि उनकी जाति से जुड़े हुए दोहरेवर का इटावा संसदीय सीट पर करीब 4 लाख से अधिक वोट है और उन्हें इस बात का पूर्ण भरोसा है कि उनकी जाति उनका समर्थन करेगी और उनकी जीत में बड़ी भूमिका होगी ।उनका दावा है कि वह मूल रूप से बसपा पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखते हैं और इसीलिए उनके संपर्क में बड़ी तादात में बसपा से जुड़े हुए मतदाता भी हैं जो कहीं ना कहीं इस चुनाव में उनके लिए फायदेमंद साबित होंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/बृजनंदन

   

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