विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास करना राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य: डॉ.पी.के.उपाध्याय

कानपुर,18 मार्च (हि.स.)। समाज सेवा के माध्यम से विद्यार्थियों का व्यक्तित्व विकास करना ही राष्ट्रीय सेवा योजना का लक्ष्य है। यह बात सोमवार को चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के एनएसएस के सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन के मौके पर विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ.पी.के.उपाध्याय ने कही।

उन्होंने कहा कि शिविर के माध्यम से विद्यार्थियों में सृजनात्मक एवं रचनात्मक सामाजिक कार्यों के प्रति रुचि विकसित होगी तथा लोगों के साथ मिलजुल कर कार्य करने की प्रवृत्ति विकसित होगी। कृषि आधारित स्वरोजगार सृजन के लिए ग्रामीण युवाओं को शिविर के माध्यम से मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, पशुपालन, नर्सरी तैयार करना, संरक्षित खेती आदि व्यवसायों से संबंधित दक्ष किया जाए ताकि ग्रामीण अंचल की अर्थव्यवस्था में सुधार किया जा सके।

इस मौके पर राष्ट्रीय सेवा योजना यूनिट दो की कार्यक्रम अधिकारी डॉ श्वेता ने कहा कि शिविर के माध्यम से गांव में पर्यावरण संरक्षण तथा मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन पर वैज्ञानिक परिचर्चा होगी तथा धूम्रपान व नशा रोकथाम पर लोगों को जागरूक किया जाएगा। उनके द्वारा ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महिलाओं के योगदान पर भी विशेष वार्ता प्रस्तुत की गई।

राष्ट्रीय सेवा योजना यूनिट एक के कार्यक्रम अधिकारी डॉ राजीव द्वारा शिविर में साथ दिवसों की कार्य योजना प्रस्तुत करते हुए बताया कि जैविक खेती, आदर्श गृह वाटिका, खरपतवार प्रबंधन तथा किसानों की आय दो गुना करने आदि महत्वपूर्ण विषयों पर शिविर के दौरान कृषकों, वैज्ञानिक व स्वयंसेवकों का संवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

राष्ट्रीय सेवा योजना की कार्यक्रम समन्वयक डॉ अर्चना सिंह ने धन्यवाद देते हुए कहा कि शिविर के माध्यम से मतदाताओं को जागरूक करने के लिए प्रभात फेरी निकाली जाएगी तथा घर-घर जाकर वोट डालने की अपील की जाएगी। शिविर में उत्कृष्ट योगदान के लिए विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जाएगा। सात दिवसीय शिविर में स्नातक कृषि एवं उद्यान के द्वितीय वर्ष के 100 छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/राम बहादुर/बृजनंदन

   

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