नौकरी के मुद्दे पर जनता को गुमराह कर रहे तेजस्वी: उमेश कुशवाहा

पटना, 19 मार्च (हि.स.)। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने आरोप लगाया कि पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नौकरी के मुद्दे पर सूबे की जनता में झूठ और भ्रम फैला रहे हैं जबकि युवाओं को नौकरी देने में उनकी कहीं कोई भूमिका नहीं थी। राजद के तत्कालीन शिक्षा मंत्री अपने जिम्मेदारियों के प्रति कितने सजग और संवेदनशील थे यह बात भी जगजाहिर है।

उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि लालू-राबड़ी के 15 साल में सिर्फ 33 हजार 499 शिक्षकों की बहाली हुई थी जबकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विगत 18 वर्षों के शासन में 5 लाख 61 हजार शिक्षकों की नियुक्ति हुई है और यह प्रक्रिया आगे भी निरंतर चल रही है। अपने शासनकाल की चर्चा करने का साहस राजद के पास नहीं है लेकिन जनता सबका हिसाब और सब कुछ याद रखती है।

कुशवाहा ने कहा कि बेहतर होता यदि तेजस्वी प्रसाद यादव माता-पिता के कार्यकाल में हुए बहाली का लेखा-जोखा भी बिहार की जनता के समक्ष रखने की हिम्मत जुटा पाते लेकिन झूठ और दुष्प्रचार के सहारे ही राजद अब तक अपनी राजनीतिक गाड़ी को खींच रही है। इसके अलावा राजद के पास दूसरा कोई राजनीतिक हथियार नहीं है।

कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी प्रसाद यादव को इस गलतफहमी में नहीं रहना चाहिए कि बिहार की जनता उनके भ्रम और दुष्प्रचार का शिकार बनेगी। आज पूरा प्रदेश ‘रोजगार मतलब नीतीश कुमार’ के नारे लगा रहा है। साथ ही कहा कि जनता की होशियारी के आगे विपक्ष का नापाक मंसूबा कभी सफल नहीं होगा।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंदा/चंद्र प्रकाश

   

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