पश्चिमी विक्षोभ से बदला उप्र का मौसम, पूर्वी उप्र में हुई बारिश

- पूर्वी उप्र के कई जनपदों में तेज हवाओं के साथ हो रही मेघ गर्जना

कानपुर, 20 मार्च (हि.स.)। पहाड़ों पर सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर प्रदेश में दिखने लगा है, खासकर पूर्वी उत्तर प्रदेश में। इस क्षेत्र के कई जनपदों में बुधवार को हल्की बारिश हुई और तेज हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में दो दिन मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली भी गिरने की संभावना है और बारिश भी स्थानीय स्तर पर होगी।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने बुधवार को बताया कि पश्चिमी विदर्भ और उससे जुड़े इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ या हवा का विच्छेदन दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से लेकर विदर्भ के पश्चिमी हिस्सों पर चक्रवाती परिसंचरण तक फैला हुआ है और समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ एक परिसंचरण क्षेत्र के रूप में औसत समुद्र तल से 4.5 और 12.6 किमी के बीच है जो 80 डिग्री पूर्व देशांतर के साथ 20° उत्तर अक्षांश के उत्तर तक चल रहा है।

एक ट्रफ रेखा निचले स्तर पर झारखंड से दक्षिणी असम तक फैली हुई है। 23 मार्च की रात से एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित करने की संभावना है। मौसम की इन गतिविधियों को देखते हुए आगामी दो दिन पूर्वी उत्तर प्रदेश के मौसम में बदलाव रहेगा। हल्की बारिश और बादलों की आवाजाही के साथ मेघ गर्जन व आकाशीय बिजली भी गिरने की संभावना बनी हुई है। इससे तापमान में गिरावट होगी, हालांकि दो दिन बाद मौसम साफ होने से तापमान में बढ़ोतरी शुरूहो जाएगी।

उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 30.2 और न्यूनतम तापमान 11.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 67 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 37 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 3.4 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों तक रुक-रुक कर तेज हवाएं चल सकती हैं और औसत गति भी अधिक रह सकती है। इस दौरान हल्के से मध्यम बादलों की आवाजाही बनी रहेगी किन्तु वर्षा होने की कोई संभावना नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दीपक/सियाराम

   

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