गौरैया संरक्षण में मुख्य भूमिका निभाने के लिए डॉ. सेठी, डॉ. शर्मा और गौरव सम्मानित

विनय सेठी को सम्मानित करते हुए

हरिद्वार, 20 मार्च (हि.स.)। एसएमजेएन कालेज ने आज विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर गौरैया संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में कार्य करने के लिए हरिद्वार के पक्षी वैज्ञानिक डॉ. विनय कुमार सेठी, पर्यावरणविद डॉ. विजय शर्मा और गौरव बंसल को सम्मानित किया गया।

गौरैया संरक्षण में मुख्य भूमिका निभाने तथा संरक्षण कार्य के सुखद परिणाम मिलने पर कॉलेज परिवार ने डॉ. विनय सेठी को गौरेया ''की'' (गौरेया चाबी) देकर सम्मानित किया। वे लंबे समय से गौरैया संरक्षण के लिए घोंसले बनाकर एक सामाजिक अलख जगाए हुए हैं। महाविद्यालय का पर्यावरण प्रकोष्ठ भी पिछले तीन वर्षों से निरन्तर गौरैया के लिए घोंसले बना विभिन्न स्थानों पर लगा कर गौरैया संरक्षण में अपना योगदान दे रहा हैं ।

डॉ. सेठी ने कहा कि गौरेया विलुप्त प्रायः सी हो गईं हैं। शहरीकरण एवं पेड़ों के कटने से घरों के आंगन में फुदकने और चहकने वाली गौरैया देखने को नहीं मिल रही है। ऐसी स्थिति में गौरैया-संरक्षण के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे। प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने कहा कि गौरैया समाप्त हो रही है जो मानव समाज विशेषकर पर्यावरण के लिए एक गम्भीर संकट हैं। इसके संरक्षण, संवर्धन की जिम्मेदारी प्रत्येक मानव की है । इस के लिए हमें मिल कर संरक्षण-संवर्धन का संकल्प लेने की आवश्यकता है, तभी हम इसके अस्तित्व को बचा सकते हैं। छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. संजय माहेश्वरी ने गौरैया संरक्षण के इस प्रयास के लिए सभी के प्रयासों की प्रशंसा की।

हिन्दुस्थानसमाचार/रजनीकांत/रामानुज

   

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