आईआईटी गुवाहाटी का छात्र आईएसआईएस में शामिल

-लिंक्डइन पर लिखा खुला पत्र

गुवाहाटी, 23 मार्च (हि.स.)। गुवाहाटी स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी, गुवाहाटी) में बॉयोटेक्नोलॉजी के अंतिम वर्ष का छात्र तौसीफ अली फारूकी आतंकवादी संगठन आईएसआईएस में शामिल हो गया है। वह अपने लिंक्डइन प्रोफाइल पर 'एन ओपन लेटर' नाम से एक खुला पत्र लिखकर गायब हो गया।

पत्र में फारूकी ने अपनी कट्टरपंथी मान्यताओं और भारतीय संस्थानों और समाज को त्यागने का कारण इस्लाम को बताया है। उसने आईएसआईएस-नियंत्रित क्षेत्र में अपने 'हिजरत' (प्रवास) और संगठन के लिए लड़ने के अपने इरादे का खुलासा किया है। पत्र में उसने लिखा है कि उसकी इस मार्ग पर यात्रा गुवाहाटी के पान बाजार से शुरू होगी।

पत्र में फारूकी ने अल्लाह में आस्था, धर्मनिरपेक्षता से मोहभंग, 'काफिरों' से नाता तोड़ने और हिजरत के आह्वान के बारे में लिखा है। पत्र में कुरान की कुछ आयतों की व्याख्या करके अपने कार्यों को उचित ठहराया है।

आज इस मुद्दे को लेकर गुवाहाटी में काफी चर्चाएं हो रही है। उसके द्वारा कुरान शरीफ का हवाला दिए जाने को लेकर काफी प्रतिक्रियाएं हो रही है। कई लोगों ने सवाल उठाया कि क्या कुरान शरीफ आतंकवादी बनने के लिए प्रेरित करता है? या फिर इस्लाम का नाम लेकर गुंडे बदमाश समाज को अशांत करके अपना उल्लू सीधा करना चाह रहे हैं? गुवाहाटी के एक नागरिक ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर कहा कि ऐसे लोगों को आईआईटी जैसे संस्थानों में शिक्षा देकर न सिर्फ देश का धन बर्बाद करना है, बल्कि आस्तीन में सांप पालने जैसा है। ज्ञात हो कि ठीक 24 घंटे पहले असम पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स द्वारा धुबड़ी जिले में भारत बांग्लादेश सीमा पर आईएसआईएस के दो कट्टर आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया था।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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