पर्यटक स्थलों का फिल्मांकन कर कानपुर का मनाया गया 221वां स्थापना दिवस

- पुरातात्विक, ऐतिहासिक, दर्शनीय तथा उद्योगों एवं बाजारों का हुआ फिल्मांकन

कानपुर, 27 मार्च (हि.स.)। औद्योगिक नगरी कानपुर में बहुत से ऐसे स्थल हैं जिनका जीर्णोद्धार कराने के साथ पर्यटन नक्शे से जोड़ा जा सकता है। इसको लेकर कानपुर पंचायत बराबर काम भी कर रही है और बुधवार को विभिन्न पर्यटक स्थलों का फिल्मांकन कर कानपुर का 221वां स्थापना दिवस मनाया गया। इस फिल्मांकन में पुरातात्विक, ऐतिहासिक, दर्शनीय तथा उद्योगों एवं बाजारों को दिखाया गया।

मर्चेंट चैम्बर आफ उत्तर प्रदेश और कानपुर पंचायत के संयुक्त तत्वावधान में सर पदमपत सिंहानिया सभागार में कानपुर का 221वां स्थापना दिवस मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कानपुर पंचायत के द्वारा निर्मित वृत्तचित्र 'कानपुर पग-पग निशा तेरे' के साथ आरंभ हुआ। करीब 45 मिनट का फिल्मांकन बड़े परदे पर किया गया जिसमें बारिश की जानकारी देेने वाले जगन्नाथ मंदिर, ईंटों का पहला मंदिर, राजा ययाति का किला, 1857 की क्रांति के कानपुर के नायक पेशवा नानाराव की ऐतिहासिक धरती बिठूर, मकनपुर से लेकर आनंदेश्वर, सिद्धेश्वर और खेरेश्वर जैसे प्रमुख मंदिरों को दिखाया गया। इतिहासवेत्ता मनोज कपूर ने बताया कि कानपुर में नवपाषाण काल के शिकारी समूह की मानव बस्तियों के प्रमाण भी मिलते हैं। यहां पर बहुत से ऐसे स्थल हैं जिन पर अगर ईमानदारी से काम किया जाए तो पर्यटक नक्शें में कानपुर दर्ज हो जाएगा। इससे जहां कानपुर की राष्ट्रीय और अर्न्तराष्ट्रीय पहचान बनेगी तो वहीं पर्यटकों के शहर आने से शहरवासियों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। हालांकि कानपुर पंचायत के धर्मप्रकाश गुप्त इस पर बराबर काम कर रहे हैं और पर्यटन विभाग को समय-समय पर सुझाव भी देते रहते हैं। इस अवसर पर विमल झाझरिया, स्वतंत्र सिंह, महेन्द्र मोदी, डॉ अंकित गुप्ता, रतन राठौर आदि मौजूद रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दिलीप

   

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