लोकसभा चुनाव : करौली-धौलपुर में राजनीतिक दलों की उपेक्षा, उम्मीदवारों की तादाद में कमी

करौली धौलपुर सीट से भाजपा की इंदु देवी जाटव,कांग्रेस के भजन लाल जाटव,बसपा के िवक्रम िसंह तथा िनर्दलीय रामिखलाडी धोबी।करौली धौलपुर सीट से भाजपा की इंदु देवी जाटव,कांग्रेस के भजन लाल जाटव,बसपा के िवक्रम िसंह तथा िनर्दलीय रामिखलाडी धोबी।करौली धौलपुर सीट से भाजपा की इंदु देवी जाटव,कांग्रेस के भजन लाल जाटव,बसपा के िवक्रम िसंह तथा िनर्दलीय रामिखलाडी धोबी।

-प्रदीप कुमार वर्मा

धौलपुर, 31 मार्च (हि.स.)। देश के दूसरे सूबों से इतर मरुधरा कहे जाने वाले राजस्थान में मुख्य मुकाबला परंपरागत प्रतिद्वंदी भाजपा और कांग्रेस में ही रहता आया है। यही वजह है कि समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, शिवसेना, अपना दल एवं एआइएमआइएम समेत जैसे दलों के साथ-साथ अन्य छोटे दल भी संसदीय चुनाव में उम्मीदवारों के लिहाज से संसदीय चुनाव से अपनी दूरी बना रहे हैं। हालात ऐसे बने हैं कि वर्तमान लोकसभा चुनाव में करौली-धौलपुर सीट पर कुल चार उम्मीदवार ही मैदान में है। इनमें तीन राजनीतिक दल तथा एक निर्दलीय उम्मीदवार उम्मीदवार शामिल है।

देश की 18वीं संसद के लिए हो रहे लोकसभा चुनाव में करौली-धौलपुर सीट पर भाजपा ने इंदु देवी जाटव को अपना प्रत्याशी बनाया है। इंदु देवी जाटव वर्ष 2015 से 20 के दौरान करौली पंचायत समिति की प्रधान रह चुकीं हैं। करीब 37 वर्षीय इंदु देवी जाटव स्नातक एवं एसटीसी शिक्षा प्राप्त है तथा भाजपा महिला मोर्चा के प्रदेश कार्य समिति सदस्य के रूप में भाजपा संगठन में काम कर रहीं हैं। करौली जिले के ग्राम एवं पोस्ट करसाई तहसील करौली निवासी भाजपा प्रत्याशी इंदु देवी के विरुद्ध कोई भी आपराधिक मामला नहीं है। इनकी स्वंय की आजीविका शून्य है तथा पति मनोज कुमार बिजली निगम करौली में तैनात हैं।

करौली-धौलपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस ने भजनलाल जाटव को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस प्रत्याशी भजनलाल जाटव दो बार विधायक रह चुके हैं तथा पिछली गहलोत सरकार में सार्वजनिक निर्माण मंत्री के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। भरतपुर जिले की वैर तहसील के ग्राम झालाटाला निवासी करीब 55 वर्षीय भजनलाल जाटव दसवीं पास है तथा वैर विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2023 में विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। अपने नामाकंन के समय प्रस्तुत किए गए शपथ पत्र के मुताबिक कांग्रेस प्रत्याशी भजन लाल जाटव के विरुद्व जाट आरक्षण आंदोलन के संबंध में एक मामला भुसावर थाने में दर्ज है। शपथ पत्र के मुताबिक भजन लाल जाटव की आजीविका के स्रोत कृषि कार्य,व्यापार एवं विधायक के रूप में मिलने वाला मानदेय है।

बहुजन समाज पार्टी ने मूलत: धौलपुर शहर के गडरपुरा रोड के रहने वाले विक्रम सिंह को अपना प्रत्याशी बनाया है। करीब 36 वर्षीय विक्रम सिंह धौलपुर नगर परिषद में पार्षद हैं तथा प्रॉपर्टी व्यवसाय से जुड़े हैं तथा शिक्षा की दृष्टि से एमएससी बीएड हैं। बसपा प्रत्याशी विक्रम सिंह द्वारा दिए गए शपथ पत्र के मुताबिक उनके विरुद्व कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। करौली- धौलपुर सीट से एकमात्र निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में राम खिलाड़ी धोबी भी चुनाव मैदान में हैं। करीब 58 वर्षीय रामखिलाडी धोबी करौली के वजीरपुर गेट के रहने वाले हैं। नामाकंन के दौरान प्रस्तुत किए गए शपथ पत्र के मुताबिक रामखिलाडी धोबी सातवीं कक्षा तक पढे हैं तथा उनकी आजीविका मजदूरी है।

करौली-धौलपुर सीट पर चुनाव लडने वाले उम्मीदवारों के अतीत पर गौर करें,तो देशव्यापी परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई करौली-धौलपुर लोकसभा सीट पर वर्ष 2009 में हुए चुनाव में 16 प्रत्याशियों ने अपना नसीब आजमाया था। इनमें कांग्रेस के खिलाड़ी लाल बेरवा, भाजपा के डॉ. मनोज राजोरिया, बसपा के हट्टीराम, समाजवादी पार्टी के रमेश एवं लोक जनशक्ति पार्टी के श्रीलाल खरे सहित निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में ओमप्रकाश, कंचन बाई, रेखा, बनवारी, रामविलास, जगन लाल, लाखन सिंह, गंगाराम, लालाराम, विजय और श्रीलाल बैरवा के नाम शामिल हैं।

इसके बाद वर्ष 2014 में हुए चुनाव में कुल 14 उम्मीदवार मैदान में थे। इनमें भाजपा के डॉ. मनोज राजोरिया,कांग्रेस के लख्खीराम बैरवा, बसपा के जीआर बरुआ, नेशनल पीपुल्स पार्टी के राम सिंह, ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस के कमल सिंह, जागो पार्टी के फूल सिंह, भारतीय युवा शक्ति के रमेश, जय महाभारत पार्टी के श्रीलाल खरे, सोशलिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के धनराज बैरवा एवं आम आदमी पार्टी के घनश्याम सिंह समेत निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में अशोक कुमार, कंचन बाई, किशोर कुमार एवं लक्ष्मीकांत शामिल हैं।

उम्मीदवारों की संख्या में कमीं का आलम वर्ष 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिला तथा मात्र पांच प्रत्याशियों ने ही उम्मीदवारी जताई। इनमें भाजपा के डॉ. मनोज राजोरिया, कांग्रेस के संजय कुमार जाटव, बसपा के राम कुमार, अंबेडकराईट पार्टी ऑफ इंडिया के जीतराम बैरवा तथा प्रबुद्व रिपब्लिकन पार्टी के विजय बाबू शामिल हैं। करौली-धौलपुर सीट से उम्मीदवारों की संख्या में कमीं का सिलसिला अभी तक जारी है और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में महज चार उम्मीदवार ही मैदान में हैं। इनमें भाजपा की इंदु देवी जाटव,कांग्रेस के भजन लाल जाटव,बसपा के विक्रम सिसोदिया तथा निर्दलीय प्रत्याशी रामखिलाडी धोबी शामिल हैं।

वर्तमान में देश में भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस के अलावा बहुजन समाज पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, आम आदमी पार्टी और नेशनल पीपल्स पार्टी राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के रूप में पंजीकृत हैं। इसके अलावा समाजवादी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी,शिवसेना,अपना दल एवं एआइएमआइएम समेत दर्जनों राजनीतिक पार्टियां अस्तित्व में हैं। लेकिन राजनीतिक उपेक्षा एवं उदासीनता के चलते इन पार्टियों ने अपने उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। जिसके चलते करौली-धौलपुर सीट पर उम्मीदवारों का आंकडा महज चार तक सिमट गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ प्रदीप/ईश्वर

   

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