जीवनशैली में सुधार से स्वस्थ रह सकते हैं : डाॅ. शाहजीवनशैली में सुधार से स्वस्थ रह सकते हैंः डा. शाह

हरिद्वार, 06 अप्रैल (हि.स.)। विश्व स्वास्थ्य संगठन की स्थापना 7 अप्रैल को हुई थी और इसी के साथ विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाने की शुरुआत भी हुई। दुनिया भर के सभी देशों में समान स्वास्थ्य सुविधाओं को फैलाने के लिए लोगों को जागरूक करना, स्वास्थ्य संबंधी मामलों से जुड़े मिथकों को दूर करना और वैश्विक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं पर विचार करना और उन विचारों पर काम करना स्वास्थ्य दिवस का उद्देश्य है।

स्वामी विवेकानंद हेल्थ सोसायटी के संचालित स्वामी रामप्रकाश चैरिटेबल हॉस्पिटल के मेडिकल डायरेक्टर और आईएमए हरिद्वार के पूर्व सचिव डा. संजय शाह ने बताया कि आजकल स्वास्थ्य से जुड़ी जो कठिनाइयां बढ़ रही हैं। इसके पीछे बेपरवाह और अव्यवस्थित जीवनशैली की बहुत बड़ी भूमिका है। इससे गैर-संचारी (एनसीडी) बीमारियों मधुमेह, उच्च रक्तताप, हृदयरोग और कुछ तरह के कैंसर आदि का जोखिम हुआ है। इनमें खानपान के साथ-साथ पर्यावरणीय कारण भी जिम्मेदार होते हैं।

डायबिटीज और हाइपरटेंशन के पीछे शारीरिक निष्क्रियता भी एक बड़ा कारण होती है। कार्यस्थलों पर लगातार कई घंटों तक बैठे रहने, पर्याप्त शारीरिक श्रम नहीं करना और खानपान में असंतुलन जैसे कारणों से लोग तेजी से मोटापे की जकड़ में आ रहे हैं। मोटापे से बीमारियों का सीधा संबंध है। मोटापा नहीं भी है, लेकिन जीवनशैली में शिथिलता है, तो भी डायबिटीज की आशंका रहती है। वसायुक्त या अस्वच्छ भोजन बीमारियों का कारण बन रहा है। कई संक्रामक बीमारियां भी खराब जीवनशैली के कारण विकराल रूप ले रही हैं।

डाॅ. शाह ने कहा कि आज के दौर में जीवनशैली में बहुत बदलाव हो चुका है। जीवन में गुणवत्ता की ओर बढ़ने का मतलब यह नहीं है कि स्वास्थ्य से समझौता किया जाए। हमारा ध्यान इस ओर जाना चाहिए कि कैसे बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। शराब और धूम्रपान कई बीमारियों का जनक है। ये मोटापा, हाई बीपी और मानसिक बीमारियां भी पैदा कर सकता है। इसलिए इस बात का ध्यान रखना है कि शराब और धूम्रपान से दूर रहें। आपका स्वास्थ्य आपका अधिकार है। चिकित्सक तो मात्र मार्गदर्शक हैं, इसलिये अपने स्वास्थ्य का हमें स्वयं ही ध्यान रखना है।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/सत्यवान/रामानुज

   

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