महाआरती के साथ 14 दिवसीय बसौड़ा मेले का समापन

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मुरादाबाद, 08 अप्रैल (हि.स.)। महानगर में कपूर कंपनी स्थित प्राचीन सिद्धपीठ श्री हुल्का देवी माता मंदिर (शीतला देवी माता मंदिर) में होली (दुल्हेंडी) के अगले दिन से शुरू हुआ 14 दिवसीय बसौड़ा मेले का सोमवार रात्रि में महाआरती के साथ समापन हुआ।

सोमवार को सुबह से रात्रि तक हजारों की संख्या में दर्शन को श्रद्धालु उमड़े। सभी ने सर्वप्रथम माता रानी के दर्शन किए। माथा टेक कर पूजा की प्रसाद व जल चढ़ाया। मंदिर महंत पंडित बीएन गोस्वामी द्वारा मोरपंखी से सभी को आशीर्वाद दिया। भक्तों ने मंदिर परिसर में परिवार संग बैठकर बासी भोजन ग्रहण किया। 14 दिवसीय मेले का समापन सोमवार शाम को होगा।

महंत पंडित बीएन गोस्वामी ने बताया कि कपूर कंपनी पर बना शीतला देवी माता का मंदिर 500 वर्ष से भी अधिक पुराना है। यहां पर प्रति वर्ष दुल्हेंडी के अगले दिन बसौड़ा मेला प्रारंभ हो जाता हैं और चैत्र नवरात्र के प्रारंभ होने तक चलता है। सोमवार को सुबह से ही माता शीतला के पूजन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लग गईं।

मेले के दौरान शीतला माता के पूजन के लिए हर वर्ष मुरादाबाद समेत पड़ोसी जनपदों से भी श्रद्धालु आते हैं। नव विवाहिता बहुएं शीतला माता को प्रसाद चढ़कर अपनी ससुराल के लिए प्रस्थान करती हैं। उन्होंने आगे बताया कि मान्यता है कि होलिका दहन के बाद वायुमंडल का तापमान बढ़ता है। उसे ठंडा करने के लिए माता शीतला पर जल चढ़ाया जाता है। बसौड़ा मेले में काफी श्रद्धालु बच्चों को मुंडन के लिए लाते हैं। इसके अलावा नव विवाहित जोड़े माता से सुखद दांपत्य जीवन के लिए आशीर्वाद लेते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/निमित जायसवाल/मोहित

   

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