दहाड़ रहीं स्मृति, कांग्रेस की चुप्पी लोगों में चर्चा का विषय

लखनऊ, 09 अप्रैल (हि.स.)। पिछले लोकसभा चुनाव अमेठी से राहुल गांधी को हरा चुकी स्मृति ईरानी को भाजपा ने गांधी परिवार को हर जगह घेरने के लिए आगे कर दिया है। दक्षिण के वायनाड में भी स्मृति इरानी ने दौरा किया और वहां की जनता को अमेठी में हार की याद दिलायी। वे बार-बार राहुल गांधी को ललकार रही हैं, दूसरी ओर कांग्रेस की चुप्पी भाजपा के लिए अमृत की तरह काम कर रहा है।

स्मृति ईरानी के बार-बार राहुल गांधी को लेकर बोलने के बावजूद कांग्रेस की चुप्पी लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में अमेठी के वरिष्ठ पत्रकार के.के. मिश्रा का कहना है कि कांग्रेस के बर्ताव ने कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को मायूस कर दिया है। वे जिले में आमजन को क्या जवाब दें, यही समझ नहीं पाते। इसी कारण कांग्रेस पदाधिकारी चुनावी चर्चा करना भी लगभग बंद कर दिये हैं।

अभी इसी सप्ताह स्मृति ईरानी ने कहा था, ‘वायनाड में राहुल गांधी ने कहा कि वायनाड उनके परिवार की तरह है, मैं पूछना चाहती हूं कि अमेठी की जनता ने जिनको तीन लोकसभा चुनावों में बिना काम के जीताकर संसद भवन में भेजा, उसका क्या होगा।” यह लोगों के बीच खूब चर्चा का विषय बन रहा है। राहुल गांधी का अमेठी से चुनाव न लड़ने की स्थिति में इसका असर रायबरेली में भी पड़ेगा और वहां भी कांग्रेस उम्मीदवार को पटकनी खानी पड़ सकती है।

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यदि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव नहीं लड़ते हैं तो पूरे प्रदेश में इसका असर पड़ेगा। मतदाताओं की बात तो बाद में आएगी, लेकिन कांग्रेस पदाधिकारी ही पहले मायूस हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में पहले से ही प्रदेश में लड़खड़ा रही कांग्रेस शून्य पर जा सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार/उपेन्द्र/मोहित

   

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