संदेशखाली महिलाओं के यौन उत्पीड़न की सीबीआई जांच के आदेश पर तृणमूल ने उठाए सवाल

कोलकाता, 10 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न और जमीनों पर जबरदस्ती कब्जे संबंधी आरोपों की सीबीआई जांच के हाई कोर्ट का आदेश सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को नागवार गुजर रहा है। पार्टी ने इस पर सवाल खड़े किए हैं। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कोर्ट के इस आदेश को पूर्व जस्टिस और वर्तमान में भाजपा के उम्मीदवार अभिजीत गांगुली से जोड़ा है। उन्होंने कहा है कि जस्टिस गांगुली ने अपनी छाया अभी भी हाईकोर्ट पर छोड़ रखी है जो धीरे-धीरे देखने को मिल रही है। बुधवार को चीफ जस्टिस टी.एस. शिवगणनम और हिरणमय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया है। इस पर सवाल खड़ा करते हुए कुणाल घोष ने कहा कि पुलिस इस मामले में बेहतर जांच कर रही है और कर सकती है लेकिन चुनाव के समय किसी को फायदा पहुंचाना है इसलिए इस तरह का निर्देश दिया गया है।

भाजपा नेता राहुल सिंह ने घोष के इस बयान को कोर्ट की अवमानना बताया है और इसके खिलाफ एक बार फिर कोर्ट का ध्यान आकर्षण करने की चेतावनी दी है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

सम्बंधित खबर