असम में परिस्थितियां बदल चुकी है: प्रमोद बोड़ो

विश्वनाथ (असम), 11 अप्रैल (हि.स.)। बोड़ोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोड़ो ने कहा है कि अब वह समय बदल गया है, जब इस इलाके में कदम-कदम पर आर्मी और सुरक्षा बलों के जवानों के जांच पड़ताल से जहां लोग परेशान रहते थे। वहीं, हर समय उग्रवादियों का खतरा बना रहता था। 2020 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा के नेतृत्व में बोड़ो समझौता होने के बाद से इस पूरे इलाके में शांति स्थापित हो गई है। इस शांति की स्थापना होने से पूरे क्षेत्र के विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ। यही वजह है कि पहले यहां मोटरसाइकिल से आना पड़ता था, आज बड़ी-बड़ी गाड़ियां लेकर भी आया जा सकता है।

प्रमोद बोड़ो आज बिश्वनाथ में शोणितपुर के एनडीए तथा भाजपा प्रत्याशी रंजीत दत्ता के समर्थन में एक चुनावी सभा को संबोधित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जहां भारत को दुनिया का सबसे विकसित देश बनाने की मुहिम में जुटे हुए हैं, वहीं असम के मुख्यमंत्री डॉ. सरमा असम को भारत के विकसित राज्यों की श्रेणी में लाकर खड़ा करने के लिए कार्य कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इस सरकार ने हर मोर्चे पर कार्य किया है। जहां एक तरफ उग्रवादी संगठनों के साथ समझौते किए गए। वहीं, आधारभूत ढांचे विकसित करने का कार्य किया गया। जनकल्याण के लिए एक से बढ़कर एक योजनाएं शुरू की गई। यही वजह है कि आज हर व्यक्ति भाजपा का समर्थन कर रहा है।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि एनडीए के उम्मीदवार रंजीत दत्ता कई लाख मतों से चुनाव जीतेंगे, यह तय है। उन्होंने कहा कि बीपीएफ द्वारा उम्मीदवार खड़े करने का कोई मतलब नहीं है। इस दौरान उन्होंने बताया कि बोड़ोलैंड में बीपीएफ के कार्यकाल की तुलना में इस कार्यकाल में कितने अधिक कार्य हुए हैं। इस दौरान उनके साथ असम सरकार के मंत्री अशोक सिंघल तथा अन्य कई नेता भी मौजूद थे।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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