असम में परंपरागत रूप से बिहू का उत्सव आरंभ

-पहले दिन गोरू बिहू की राज्य में दिखी धूम

गुवाहाटी, 13 अप्रैल (हि.स.)। आज गोरू बिहू की खुमारी पूरे राज्य में देखी गयी। चुनावी गहमा-गहमी के बीच असमिया संस्कृति का प्राण गौ बिहू की धूम पूरे राज्य में देखी गयी। सुबह सबेरे ग्रामीण अपने पशुओं को स्नान कराने के लिए नदी, तालाब आदि स्थानों पर लेकर पहुंचे। परंपरागत रूप से लोगों ने पशुओं को स्नान कराने के बाद उन्हें लौकी, बैंगन आदि की माला पहनायी और उन्हें हल्दी आदि लगाया। ज्ञात हो कि असमिया समाज का परंपरागत रूप से सात बिहू का शुभारंभ हुआ।

गौरतलब है कि गोरू बिहू के दिन लोग अपने पशुओं को हल्दी आदि लगाकर जलाशयों में स्नान कराया। इसके बाद परंपराओं का पालन करते हुए लोगों ने अपने गोधन नदी को लाऊ (लौकी) और बैंगन आदि की माला पहनाकर उनके दुर्घायु की कामना की। बिहू असमिया समाज की धरोहर है, सभी का मत है कि यह असमिया समाज की विरासत को वहन करती है।

इस बीच आज से एक सप्ताह तक बिहू मनाया जाएगा और ग्रामीणों को उम्मीद है कि यह माहौल सभी के बीच भाईचारे की भावना को और मजबूत करेगा।

हिन्दुस्थान समाचार/निर्मलेंदु/श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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