पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से उप्र में बारिश के बने आसार

- बादलों से घिरा रहेगा आसमान, तेज हवाएं भी चलेंगी

कानपुर, 18 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिमी विक्षोभों की सक्रियता से एक बार फिर उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज बदलने वाला है। मौसम विभाग के मुताबिक यह पश्चिमी विक्षोभ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से मिल रही नमी के कारण प्रभावी हो रहे हैं। इससे उत्तर प्रदेश के आसमान में शुक्रवार को बादल छाएंगे और यह बादल बारिश, ओलावृष्टि के साथ गर्जन भी करेंगे।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ को समुद्र तल से 5.8 और 9.6 किलोमीटर ऊपर के बीच चक्रवाती परिसंचरण के रूप में अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों बना हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर बिहार और उससे सटे उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल पर है और एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण पूर्वोत्तर असम पर है। एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा बिहार से मणिपुर तक सब हिमालयी पश्चिम बंगाल, दक्षिण असम और मेघालय होती हुई गुजर रही है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी विदर्भ से मराठवाड़ा और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है। मौसम की इन गतिविधियों से सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर प्रदेश में बारिश के साथ ओलावृष्टि भी कर सकते हैं। बताया कि अमूमन इस तरह के पश्चिमी विक्षोभ दिसम्बर और जनवरी माह में सक्रिय होते हैं, लेकिन अबकी बार अप्रैल माह तक सक्रिय हैं। फरवरी माह से लेकर अब तक 40 पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुके हैं।

बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 40.0 और न्यूनतम तापमान 24.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 32 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 27 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रहीं जिनकी औसत गति 11.4 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के साथ दोपहर से शाम तक तेज हवाओं का चलना जारी रहने की संभावना है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश

   

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