उधमपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में 65.08 प्रतिशत मतदान रिकार्ड

बारिश के बावजूद मतदाताओं में भारी उत्साह

जम्मू। स्टेट समाचार

उधमपुर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में आज मतदान संपन्न हो गया। यहां ६५.०८ प्रतिशत मतदान रिकार्ड किया गया। इसके लिए 2,637 मतदान केंद्रों पर 16,23,195 मतदाता वोट देकर 12 प्रत्याशियों में से एक को अपना सांसद चुनने के लिए मतदाताओं में खासा उत्साह देखा गया।  उधमपुर, कठुआ, डोडा, किश्तवाड़ और रामबन के पांच जिलों में फैली उधमपुर संसदीय सीट पर मतदान शुक्रवार को हुआ है। जिसमें केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, कांग्रेस उम्मीदवार और दो बार के पूर्व सांसद चौधरी लाल सहित 12 प्रतियोगियों की चुनावी किस्मत तय होगी। डीपीएपी उम्मीदवार और जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री जी एम सरूरी भी शामिल है। गौरतलब है की शुक्रवार को  जम्मू-कश्मीर की  कठुआ उधमपुर लोकसभा सीट समेत 21 राज्यों की 102 सीटों पर सुबह 7 बजे से मतदान शुरू हुआ  इस सीट पर 16 लाख से अधिक मतदाता 12 उम्मदीवारों के भाग्य के फैसले को ईवीएम  में कैद कर लिया गया है। सबसे ज्यादा कांटे का मुकाबला  उधमपुर कठुआ लोक सभा क्षेत्र में भाजपा के उम्मीदवार जितेंद्र सिंह और कांग्रेस के प्रत्याशी चौधरी लाल सिंह के बीच देखने को मिला अब यह देखना होगा कि 4 जून को क्या परिणाम आते हैं और जनता किसे अपना सांसद चुनती है। शुक्रवार को भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशियों का  कठुआ जिला मे फोकस रहा  और कई दर्जनों पोलिंग स्टेशनों का इन  प्रत्याशियों ने दौरा किया। (भाषा) लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव के पहले चरण में देश के २१ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेश में मतदान का सिलसिला शाम छह बजे खत्म हो गया। पहले चरण में कुल ६०.०३ प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। जम्मू-कश्मीर में ६५.०८ प्रतिशत, त्रिपुरा में ७६.१०, असम में ७०.७७, पुडुचेरी में ७२.८४, मेघालय में ६९.९१, मणिपुर में ८६.६२, सिक्किम में ६८.०६, अरुणाचल प्रदेश में ६३.९७, छत्तीसगढ़ में ६३.४१, लक्षद्वीप में ५९.०२, अंडमान एवं निकोबार द्वीप में ५६.८७, नगालैंड में ५५.०२, उत्तराखंड में ५३.५६ और मिजोरम में ५.०३ प्रतिशत हुआ। उत्तर प्रदेश में ५७.५४, तमिलनाडु में ६२.०८, मध्य प्रदेश में ६३.२५, महाराष्ट्र में ५४.८५ और राजस्थान में ५०.२७ प्रतिशत मतदाताओं ने शाम पांच बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया।  इस दौरान पश्चिम बंगाल में हिंसा की कुछ छिटपुट घटनाएं सामने आईं, वहीं छत्तीसगढ़ में एक ग्रेनेड लांचर के गोले में दुर्घटनावश विस्फोट होने से सीआरपीएफ के एक जवान की मौत हो गई।  इससे पहले अपराह्न तीन बजे तक 49.78 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। निर्वाचन आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा कि अपराह्न तीन बजे तक का मतदान (49.78 प्रतिशत) का आंकड़ा केवल अनुमान आधारित है और मतदान शांतिपूर्ण एवं निर्बाध तरीके हुआ। लोकसभा चुनाव के साथ शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में विधानसभा चुनाव के लिए भी मतदान किया जा रहा है।  विभिन्न मतदान केंद्रों पर पहली बार मतदान करने वालों में विवाह परिधान में आए कई नवविवाहित जोड़े, दिव्यांग लोग और स्ट्रेचर तथा  व्हीलचेयर पर आए कुछ बुजुर्ग शामिल थे। तमिलनाडु, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और असम में कुछ बूथ पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में मामूली खामियों की शिकायत आई। मतदान सुबह सात बजे आरंभ हुआ और शाम छह बजे तक जारी रहेगा। निर्वाचन अधिकारियों ने बताया कि अपराह्न तीन बजे तक पश्चिम बंगाल में 66.34 प्रतिशत मतदान हुआ और मेघालय में 62 प्रतिशत मतदान हुआ, वहीं पूर्वी नगालैंड के छह जिलों में सन्नाटा पसरा रहा जहां अलग राज्य की मांग को लेकर आदिवासी संगठनों के एक संघ द्वारा अनिश्चितकालीन बंद के आह्वान के कारण लोग घरों में ही रहे। पश्चिम बंगाल में कूचबिहार सीट पर हिंसा के कारण मतदान प्रभावित हुआ। तृणमूल कांग्रेस और भाजपा के सूत्रों ने बताया कि दोनों दलों के कार्यकर्ताओं ने मतदान के पहले कुछ घंटों में चुनावी हिंसा, मतदाताओं को धमकाने और चुनाव एजेंटों पर हमलों संबंधी क्रमश: 80 तथा 39 शिकायतें दर्ज करायी हैं।   हिंसा प्रभावित मणिपुर में करीब 45.68 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।  इनर मणिपुर लोकसभा सीट के तहत आने वाले थोंगजु विधानसभा क्षेत्र में स्थानीयों और अज्ञात व्यक्तियों के बीच वाद-विवाद हो गया।  छत्तीसगढ़ में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सल प्रभावित बस्तर लोकसभा सीट पर तीन बजे तक 58.14 फीसदी से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया। राज्य के बीजापुर जिले में नक्सलियों द्वारा लगाए गए एक आईईडी में विस्फोट होने से केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का जवान घायल हो गया। तमिलनाडु में सभी 39 लोकसभा सीटों पर तीन बजे तक 40 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया है।  श्रीपेरुम्बुदूर लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले तम्बाराम के समीप एक मतदान केंद्र तथा कुछ अन्य मतदान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में तकनीकी खामी के कारण  मतदान में करीब एक घंटे की देरी हुई।  अरुणाचल प्रदेश में कुल 8,92,694 मतदाताओं में से 53 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। खराब मौसम के कारण सुबह के समय मतदान का प्रतिशत सामान्य था, लेकिन मौसम की स्थिति में सुधार के साथ इसमें तेजी आई।  मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) पवन कुमार साईं ने बताया कि राज्य के कुछ मतदान केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में तकनीकी खराबी आने के कारण मतदान में देरी हुई, जिन्हें बाद में बदल दिया गया। मणिपुर में कुछ स्थानों पर ईवीएम को नुकसान पहुंचाए जाने की भी खबरें आईं। अंडमान-निकोबार द्वीप समूह की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए तीन बजे तक 45.4 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। अधिकारियों ने बताया कि ईवीएम संबंधी कुछ छोटी-मोटी गड़बडिय़ां थीं लेकिन उन्हें तुरंत ठीक कर लिया गया। अंडमान निकोबार द्वीपसमूह में पहली बार शोंपेन जनजाति के सात सदस्यों ने केंद्र शासित प्रदेश की एकमात्र लोकसभा सीट के लिए अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।  असम में भी लखीमपुर के बिहूपुरिया में तीन मतदान केंद्रों, होजेई, कालियाबोर और बोकाखाट में एक-एक मतदान केंद्र और डिब्रूगढ़ के नहारकटिया में एक मतदान केंद्र में ईवीएम में गड़बड़ी दर्ज की गयी। बाद में इन खामियों को दूर कर दिया गया। राज्य में अपराह्न तीन बजे तक 60.70 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। लखीमपुर क्षेत्र में एक वाहन को लेकर जा रही नौका अचानक नदी का जलस्तर बढऩे के कारण बह गई, जिसके चलते उस वाहन में रखी इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन पानी में आंशिक रूप से डूब गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। एक अधिकारी ने बताया कि वाहन का चालक और उसमें सवार चुनाव अधिकारी वाहन में पानी घुसने से पहले ही उसमें से निकल गए।   बिहार की चार लोकसभा सीटों पर 75 लाख मतदाताओं में से करीब 40.92 प्रतिशत ने अपराह्न तीन बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया।  जम्मू-कश्मीर के उधमपुर संसदीय क्षेत्र में मूसलाधार बारिश होने के बावजूद मतदान के पहले छह घंटों में 43.11 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।   राजस्थान की 12 लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है और अपराह्न तीन बजे तक 41.51 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने वोट डाले।   उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों पर तीन बजे तक 45.62 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।   महाराष्ट्र की पांच लोकसभा सीटों पर तीन बजे तक 44.7 प्रतिशत जबकि मध्य प्रदेश में छह लोकसभा सीटों पर 53.40 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।  उत्तर प्रदेश में 47.44 प्रतिशत, मिजोरम में 49 प्रतिशत, नगालैंड में 43.53 प्रतिशत, पुडुचेरी में 58.86 प्रतिशत और सिक्किम में 52.73 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।  निर्वाचन आयोग ने पहले चरण के मतदान के लिए 1.87 लाख मतदान केंद्रों पर 18 लाख से अधिक मतदान कर्मियों को तैनात किया है। इन मतदान केंद्रों पर 16.63 करोड़ से अधिक मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर सकेंगे। मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष, 8.23 करोड़ महिलाएं हैं और 11,371 लोग तृतीय श्रेणी के हैं। 35.67 लाख लोग पहली बार मतदाता बने हैं। इसके साथ ही 20 से 29 वर्ष के आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं। मतगणना चार जून को होगी।  पहले चरण में जिन राज्यों की सभी लोकसभा सीटों पर मतदान हो रहा है उनमें तमिलनाडु (39), उत्तराखंड (5), अरुणाचल प्रदेश (2), मेघालय (2), अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (1), मिजोरम (1), नगालैंड (1), पुडुचेरी (1), सिक्किम (1) और लक्षद्वीप (1) शामिल हैं।  इसके अलावा राजस्थान में 12, उत्तर प्रदेश में 8, मध्य प्रदेश में 6, असम और महाराष्ट्र में 5-5, बिहार में 4, पश्चिम बंगाल में 3, मणिपुर में 2 और त्रिपुरा, जम्मू कश्मीर तथा छत्तीसगढ़ में एक-एक सीट पर मतदान हुआ। 

   

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