लोकसभा चुनाव : सूरत सीट के कांग्रेस उम्मीदवार कुंभाणी पर निर्णय कल

-तीन समर्थकों के हस्ताक्षर को लेकर विवाद, नामांकन रद्द करने को लेकर है शिकायत

सूरत, 20 अप्रैल (हि.स.)। सूरत लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुंभाणी का नामांकन रद्द हो सकता है। नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन 19 अप्रैल को उन्होंने नामांकन दाखिल किया था लेकिन उनके तीन समर्थकों ने नामांकन पत्र पर अपने हस्ताक्षर नहीं होने की बात कही है। उन्होंने इसका शपथ पत्र भी कलक्टर ऑफिस में दिया है। इसकी शिकायत भाजपा की ओर से की गई है। इस मामले में रविवार को सुबह 9 बजे सुनवाई की जाएगी, जिसका फैसला सुबह 11 बजे के आसपास आ सकता है।

कांग्रेस के वकील ने निलेश कुंभाणी के फार्म रद्द नहीं होने का दावा किया है। हालांकि इस संबंध में रविवार को फैसला आएगा। कलक्टर सुबह 11 बजे के आसपास फैसला देंगे। यदि फैसला निलेश कुंभाणी के पक्ष में नहीं आएगा तो इनका फार्म रद्द हो जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो कांग्रेस के डमी उम्मीदवार सुरेश पडसाला को अवसर मिलेगा।

कांग्रेस उम्मीदवार कुंभाणी ने आरोप लगाया कि भाजपा की ओर से धमकी देकर समर्थकों का अपहरण किया गया है। उनके समर्थक सम्पर्क में नहीं हैं। वे समर्थकों को खोजकर चुनाव जीतेंगे। आम आदमी पार्टी (आआपा) नेता गोपाल इटालिया ने कहा कि हमने कलक्टर के समक्ष अपनी बात रखी है। कलक्टर ने कल का समय दिया है। समर्थक कहां हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं है। उन्हें कहां ले जाया गया है, यह भी पता नहीं है। सभी के फोन बंद हैं। समर्थकों से किसी ने जबर्दस्ती शपथ पत्र पर हस्ताक्षर करवा कर निलेश कुंभाणी के फार्म रद्द करने का प्रयास किया है।

कांग्रेस नेताओं ने कहा-हाई कोर्ट जाएंगे

इधर, कांग्रेस नेता और नवसारी से कांग्रेस उम्मीदवार नैषध देसाई ने कहा कि कल जो भी आर्डर आएगा उसे लेकर हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की जाएगी। कोर्ट से तत्काल सुनवाई कर रात तक आर्डर देने की प्रार्थना की जाएगी। चुनाव आयोग इस मामले में न्याय करे। उम्मीदवार के समर्थक के रूप में हस्ताक्षर करने वाले शपथ पत्र दे रहे हैं कि यह उनका हस्ताक्षर नहीं है। वहीं, डमी उम्मीदवार के समर्थक भी यही बात दुहरा रहे हैं। फार्म जांच के अंतिम समय में समर्थक किस वजह से बदल गए?

यह है मामला

चुनाव अधिकारी ने कांग्रेस उम्मीदवार निलेश कुंभाणी को पत्र भेजकर बताया था कि भाजपा उम्मीदवार के एजेंट ने आपत्ति की थी कि कुंभाणी के उम्मीदवारी फार्म में बतौर समर्थक हस्ताक्षर करने वाले तीनों समर्थकों ने अपने हस्ताक्षर नहीं होने की बात कही है। इस आपत्ति के बाद चुनाव अधिकारी ने तीनों समर्थकों को अपने समक्ष हाजिर होकर हस्ताक्षर के बारे में बताने को कहा था। तीनों समर्थकों ने अपने हस्ताक्षर नहीं होने की जानकारी दी थी।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/संजीव

   

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