विश्वविद्यालय 'समर्थ पोर्टल' शत-प्रतिशत लागू करें: आनंदीबेन पटेल

एकेटीयू में संपन्न हुई राज्य विश्वविद्यालयों की समर्थ पोर्टल कार्यशाला

लखनऊ, 21 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला ‘समर्थ से सामर्थ्य‘ सम्पन्न हुई। प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में ‘समर्थ पोर्टल‘ को सफलतापूर्वक लागू कराने और सुगम संचालन सुनिश्चित करने के महत्वपूर्ण उद्देश्य को लेकर आयोजित कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय इसे शत-प्रतिशत लागू करना सुनिश्चित करें।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय अपनी जरूरत के अनुसार इसमें डाटा भरते रहें। उन्होंने पोर्टल के समग्रता से क्रियान्वयन के लिए टीम वर्क को जरूरी बताया, इसके लिए उन्होंने विश्वविद्यालय के प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी को पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करने को कहा।

कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने शोध पूर्ण तरीके से काफी समय देकर इस पोर्टल का निर्माण किया है। इसके माध्यम से प्रत्येक कार्य सम्पादन का समाधान प्राप्त हो सकेगा और विश्वविद्यालयों में इस पोर्टल के लागू हो जाने से विभिन्न समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने पोर्टल लागू होने के फायदों पर चर्चा करते हुए समय की बचत, धन के दुरुपयोग से बचत, एक क्लिक पर विश्वविद्यालय की जानकारियों का प्राप्त होना, फाइलों की सहज ट्रैकिंग जैसे अनेक कार्यों के सुगमता से सम्पन्न होने वाले लाभों के बारे में बताया।

इसी क्रम में राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों में उच्चाधिकारियों के मध्य तालमेल की कमी पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सप्ताह में दो-तीन बार एक साथ बैठकर बातचीत से आपसी समन्वय अवश्य बनाएं। उन्होंने कहा कि दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों की टीम द्वारा बनाए समर्थ पोर्टल की तरह अपने विश्वविद्यालय में भी कुछ नया करें, जिससे दूसरे प्रदेशों के लोग प्रेरणा ले सकें। उन्होंने राज्य विश्वविद्यालयों से आए सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन करते हुए पूरे संकल्प के साथ जल्दी से जल्दी समर्थ पोर्टल लागू करने के लिए प्रोत्साहित किया। राज्यपाल ने समर्थ पोर्टल बनाने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय के शिक्षकों की पूरी टीम को बधाई दी।

आज दूसरे दिन प्रदेश के 12 अन्य विश्वविद्यालयों ने दिल्ली विश्वविद्यालय के साथ समर्थ-ई-गवर्नेंस के लिए एमओयू किया। जिनमें छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर, बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय झांसी, शकुंतला मिश्रा विश्वविद्यालय लखनऊ, रज्जू भय्या विश्वविद्यालय प्रयागराज, राजर्षि टण्डन विश्वविद्यालय प्रयागराज, महात्मा ज्योतिबा फुले रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली, सुहेलदेव विश्वविद्यालय आजमगढ़, ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय लखनऊ, महेन्द्र प्रताप विश्वविद्यालय अलीगढ़, एकेटीयू लखनऊ, जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया तथा लखनऊ विश्वविद्यालय लखनऊ शामिल रहे।

कार्यक्रम में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा श्रीराज्यपाल डॉ पंकज एल. जानी, प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा विभाग श्रीएम. देवराज, निदेशक तकनीकी शिक्षा ए0 दिनेश कुमार, विशेष सचिव एवं निदेशक रूसा उच्च शिक्षा विभाग सीपू गिरी, समर्थ पोर्टल के संयोजक प्रो0 संजीव सिंह एवं उनकी टीम सहित सभी राज्य व तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति, कुलसचिव परीक्षा नियंत्रक वित्त अधिकारी आईक्यूएसी हेड कम्प्यूटर विभाग की टीम मौजूद रही।

हिन्दुस्थान समाचार/बृजनन्दन/आकाश

   

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