पश्चिमी विक्षोभ से उप्र में बारिश की संभावना

- उत्तर प्रदेश के तापमान को बढ़ा रही गर्म पछुआ हवाएं

कानपुर, 21 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में इन दिनों जहां तापमान सामान्य से अधिक चल रहा है तो वहीं बलूचिस्तान के रास्ते से गर्म हवाएं राजस्थान में आ रही हैं। यही हवाएं उत्तर प्रदेश में तापमान को बढ़ा रही हैं। दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के कारण लोगों को गर्मी अधिक परेशान कर रही है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर पश्चिम भारत में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने जा रहा है जिसकी वजह से उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्तर पर बारिश की संभावना बन गई है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में पश्चिमी विक्षोभ जम्मू कश्मीर और उससे सटे उत्तरी पाकिस्तान पर औसत समुद्र तल से 3.1 और 5.8 किमी ऊपर स्थित है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम और इससे जुड़े इलाकों पर है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी बिहार से पूर्वोत्तर असम पर बने चक्रवाती परिसंचरण तक फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा विदर्भ से मराठवाड़ा और मध्य महाराष्ट्र होते हुए कर्नाटक-गोवा तट से पूर्व मध्य अरब सागर तक फैली हुई है, जो समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैली हुई है। एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से दक्षिणी तमिलनाडु तक फैली हुई है। ताजा पश्चिमी विक्षोभ 22 अप्रैल से उत्तर पश्चिम भारत के पास पहुंचेगा। मौसम की इन गतिविधियों को देखते हुए सोमवार को उत्तर प्रदेश में स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश की संभावना है। इसके साथ ही आसमान में बादल छाएं रहेंगे और तेज हवाएं भी चल सकती हैं।

बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 37.2 और न्यूनतम तापमान 21.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 39 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 23 प्रतिशत रही। हवाओं की गति उत्तर पश्चिम रही जिनकी औसत गति 6.5 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार कानपुर में अगले पांच दिनों मे हल्के से मध्यम बादल छाए रहने की संभावना है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/बृजनंदन

   

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