मां विन्ध्यवासिनी के आरती के समय में हुआ बदलाव, संध्या और शयन आरती के समय में परिवर्तन

मीरजापुर, 1 फ़रवरी (हि.स.)। शनिवार को विंध्य पंडा समाज ने ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए मां विन्ध्यवासिनी के दो प्रमुख आरतियों के समय में बदलाव किया। विंध्य पंडा समाज ने विंध्यधाम की छत पर स्थित कार्यालय में आयोजित आम सभा में यह फैसला लिया कि अब मां विन्ध्यवासिनी की संध्या आरती शाम 6:30 बजे से 7:30 बजे तक और शयन आरती (बड़ी आरती) रात 11 बजे से 12 बजे तक होगी। पहले संध्या आरती का समय 7:15 से 8:15 तक और शयन आरती का समय रात 9:30 से 10:30 तक था।

यह निर्णय श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। पहले संध्या और शयन आरती के बीच कम समय होने के कारण श्रद्धालुओं को दर्शन और पूजन में लंबा इंतजार करना पड़ता था और शयन आरती के बाद देर रात तक दर्शन नहीं हो पाते थे। नए समय से श्रद्धालुओं को दर्शन और पूजन में सहूलियत मिलेगी, क्योंकि अब संध्या और शयन आरती के बीच 3 घंटे 30 मिनट का अंतर रहेगा।

श्रीविंध्य पंडा समाज के अध्यक्ष पंकज द्विवेदी ने बताया कि आमसभा में यह निर्णय ले लिया गया है अब विंध्य विकास परिषद के अध्यक्ष जिलाधिकारी को सूचना देने के पश्चात पंडा समाज और विंध्य विकास परिषद की बैठक कर नए आरती के समय को लागू कर दिया जाएगा।

शयन आरती के बाद श्रद्धालुओं को दर्शन नहीं मिलेंगे

अब शयन आरती के बाद मां के कपाट बंद कर दिए जाएंगे और श्रद्धालुओं को दर्शन एवं पूजन का अवसर नहीं मिलेगा। शयन आरती रात 11 बजे से 12 बजे तक होगी, और इसके बाद मां विन्ध्यवासिनी के कपाट बंद कर दिए जाएंगे।

वर्तमान और नए समय की जानकारी

मंगला आरती: सुबह 4:00 से 5:00 बजे तक (कोई बदलाव नहीं)

राजश्री आरती: पहले दोपहर 12:00 से 1:30 तक (कोई बदलाव नहीं)

संध्या आरती: पहले 7:15 से 8:15 तक, अब 6:30 से 7:30 बजे तक

शयन आरती: पहले 9:30 से 10:30 तक, अब 11:00 से 12:00 बजे तक

हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा

   

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