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जोधपुर, 06 फरवरी (हि.स.)। नागौर जिले के बड़ी खाटू में टे्रेनों के ठहराव की मांग को लेकर ग्रामीणों ने गुरुवार को जोधपुर रेल मंडल के डीआरएम को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में बताया गया कि कोरोना काल से पूर्व सभी ट्रेनों का ठहराव बड़ी खाटू में होता था। कोरोनाकाल में रेलवे ने सभी ट्रेनों का यहां ठहराव बन्द कर दिया था। उसके बाद स्थिति सामान्य होने के बाद भी ट्रेनों का ठहराव नहीं किया गया। इसके स्थान पर छोटी खाटू रेलवे स्टेशन पर ठहराव दिया गया है जो कि बिना सिग्नल के और सिंगल रेलवे पटरी का है जबकि बड़ी खाटू में चार रेल लाइन, क्रॉसिंग स्टेशन, डबल प्लेटफार्म सम्पूर्ण सुविधायुक्त रेलवे स्टेशन है। यह नागौर जिले के जायल तहसील का एकमात्र रेलवे स्टेशन है जिसके आस पास सौ गांव लगते है। यहां पर दीपेश्वर धाम, समनदीवान बाबा की दरगाह स्थित है। बड़ी खाटू को राजस्थान सरकार ने पर्यटक स्थान घोषित किया है। यहां विश्व के 20 देशों के विदेशी लोगों का दीपेश्वर मन्दिर में जाना जाना रहता है। यहां मेला लगता है तब 10 हजार विदेशी आते है जो 10 दिन तक उनका ठहराव होता है। उनके आने जाने में भी समस्या रहती है। बड़ी खाटू में खनन पत्थर का कार्य होता है लो विदेशों में निर्यात होता है जिसका नाम सेण्डस्टोन है। खनन कार्य हेतु अनेक मजदूरों का यहां आना जाना रहता है। इसके संबंध में पूर्व में समस्त रेलवे अधिकारियों, रेल मंत्री से कई बार निवेदन कर चुके हैं लेकिन आज तक एक्सप्रेस ट्रेनों का ठहराव नहीं हुआ है।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश