डॉ. मान्याल बलबीर ने शिक्षा पर अंबेडकर के दृष्टिकोण पर चर्चा की

जम्मू, 8 मार्च (हि.स.)। जम्मू और कश्मीर भाजपा महासचिव और रामगढ़ के विधायक डॉ. देविंदर कुमार मान्याल और पार्टी प्रवक्ता और पूर्व उपाध्यक्ष बलबीर राम रतन ने शिक्षा के लिए डॉ. बी.आर. अंबेडकर के दृष्टिकोण पर चर्चा की एक समतापूर्ण और न्यायपूर्ण समाज को आकार देने में उनके शैक्षिक दर्शन के महत्व पर जोर दिया।उन्होंने जोर दिया कि समावेशी और सुलभ शिक्षा सामाजिक उत्थान और राष्ट्रीय प्रगति के लिए एक बुनियादी उपकरण है।

डॉ. देविंदर कुमार मान्याल ने डॉ. अंबेडकर के इस विश्वास पर प्रकाश डाला कि सामाजिक भेदभाव को मिटाने और हाशिए पर पड़े समुदायों को सशक्त बनाने के लिए शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है। डॉ. मान्याल ने कहा अंबेडकर का सपना था कि जाति या वर्ग की परवाह किए बिना हर व्यक्ति को ज्ञान और आलोचनात्मक रूप से सोचने की क्षमता से लैस किया जाए।

उन्होंने कहा कि शिक्षा के महत्व पर अंबेडकर का दृष्टिकोण आज भी बहुत प्रासंगिक है उन्होंने लोगों से उनकी शिक्षाओं से प्रेरणा लेने और अधिक समावेशी समाज की दिशा में काम करने का आग्रह किया।

बलबीर राम रतन ने इस बात पर जोर दिया कि अंबेडकर शिक्षा को विशेषाधिकार के बजाय मौलिक अधिकार के रूप में मानने के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने बताया कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा तक पहुँच कई वंचित समुदायों के लिए एक चुनौती बनी हुई है और समाज को डॉ. अंबेडकर के सपने को पूरी तरह साकार करने के लिए सामूहिक रूप से काम करना चाहिए।

---------------

हिन्दुस्थान समाचार / रमेश गुप्ता

   

सम्बंधित खबर