बेटा-बेटियों में भेदभाव मिटाकर बच्चियों को शिक्षित करने की है सभी की जिम्मेदारी : राज्यपाल
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- Mar 10, 2025

दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आई राज्यपाल ने दिव्यांग साथी पोर्टल का किया शुभारंभ
वाराणसी, 10 मार्च (हि.स.)। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि बेटा-बेटी में भेदभाव मिटाने, बच्चियों को शिक्षित करने और उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखने की जिम्मेदारी सभी की है। विशेष रूप से आंगनवाड़ी केंद्रों की सुपरवाइजर, सीडीपीओ और कार्यकत्रियों से यह अपेक्षा है कि वे बच्चियों के स्वास्थ्य परीक्षण, खेल, योग और अन्य गतिविधियों पर ध्यान दें। स्कूलों में हेल्थ कैंप आयोजित किए जाएं। आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को पौष्टिक आहार दिया जाए, ताकि कुपोषण से बच्चों का बचाव हो सके। गांव के हर बच्चे को आंगनवाड़ी केंद्रों तक पहुँचाया जाए, क्योंकि यह हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। राज्यपाल वाराणसी में दो दिवसीय दौरे के दौरान सोमवार को मंडलीय सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहीं थीं। इस दौरान उन्होंने दिव्यांग पोर्टल की भी शुरुआत की।
उन्होंने महिलाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। कहा कि परिवार को आगे बढ़ाने के लिए महिलाओं को मजबूत होना चाहिए। महिलाएं अपनी बीमारियों को छिपाने के बजाय समय रहते उपचार कराएं । दिव्यांग साथी पोर्टल दिव्यांगजनों को सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने इस दौरान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण किट प्रदान की और संस्कार की पाठशाला में स्वैच्छिक सेवाएँ देने वाले पाँच व्यक्तियों को प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया।
शहर दक्षिणी के विधायक डॉ. नीलकंठ तिवारी ने राज्यपाल को मातृत्व एवं ममता की खान बताते हुए उनके प्रयासों की सराहना की। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम ने बताया कि अब दिव्यांगजनों को सभी सुविधाएं एक ही पोर्टल पर मिल सकेंगी। अकाउंटिंग सिस्टम से महिला समूहों को अपने लेखा-जोखा में आसानी होगी। वहीं एनएसई के पोर्टल से सभी को स्टॉक एक्सचेंज की जानकारी मिलेगी। उन्होंने वाराणसी जिले में किए गए नवाचारों की सराहना की और जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी को इसके लिए सम्मानित भी किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी