गुरुग्राम में सफाई की तरह टूटी सडक़ों पर भी संज्ञान ले हाईकोर्ट: भारत मदान 

-कांग्रेस के जिला मीडिया कॉर्डिनेटर ने किया अनुरोध

-शहर में टूटी सडक़ों पर वाहन हो रहे हैं कबाड़

-गाड़ौली गांव से दो भाजपा नेता वर्षों से अपने गांव की बदहाली ही ठीक नहीं करवा पा रहे

-निगमायुक्त से अपील, जहां नरक जैसे हालात, वहां का भी दौरा करें

गुरुग्राम, 4 जनवरी (हि.स.)। कांग्रेस के जिला मीडिया कॉर्डिनेटर एवं जिला चेयरमैन व्यापार सैल भारत मदान ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट से आग्रह किया है कि जिस तरह से गुडग़ांव की गंदगी से बदहाली पर संज्ञान लिया है, उसी तरह से यहां की टूटी सडक़ों पर भी संज्ञान ले। क्योंकि यहां बहुत सी सडक़ें ऐसी हैं, जिन्हें कई-कई साल से नया बनाना तो दूर उन सडक़ों के गड्ढे तक नहीं भरे गए हैं।

भारत मदान ने कहा कि नए गुडग़ांव में बरसात में भी सडक़ें बनाने वाले विभागों को पुराने गुडग़ांव की टूटी सडक़ें नहीं दिखाई देती। पटौदी चौक से शहर की तरफ और बसई की तरफ बसई फ्लाईओवर तक सडक़ का बुरा हाल है। इस सडक़ में गहरे गड्ढे हो चुके हैं। कई साल से यहां वाहन चालक परेशान हो रहे हैं। उनके वाहन कबाड़ हो रहे हैं। कहीं पर टूटी सडक़ों के साथ पानी की टूटी पाइप लाइन से जलभराव रहता है। बसई में तो मेनहॉल में भी गिरने का खतरा रहता है। पटौदी चौक से मदनपुरी होते हुए न्यू कालोनी मोड़ तक की सडक़ बदहाल है। पटौदी चौक से कादीपुर की तरफ के हालात भी खराब हैं। सेक्टर-9 के अंदर की सडक़ें बदहाल हैं।

भारत मदान ने कहा कि सेक्टर-10 चौक से गाड़ौली होते हुए हरसरू की ओर जाने वाली सडक़ भी बदहाल है। एक तरफ से सडक़ को बंद कर दिया गया है। कहने को तो यह क्षेत्र गुरुग्राम नगर निगम में आता है, लेकिन यह नरक से भी बदतर है। सडक़ में गहरे गड्ढे दुर्घटनाओं को न्यौता देते हैं।

यहां दुकानदारों का कहना है कि कुछ महीनेे पहले यहां थोड़ी सी दूरी में सडक़ बनाई गई थी। शक है कि कहीं थोड़ी सी सडक़ बनाकर पूरी सडक़ के बिल पास ना हो गए हैं। नगर निगम इस पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट करे। गड्डों में भरे पानी में अक्सर यहां पर वाहन फंसे रहते हैं। दुपहिया वाहन सवार गिरकर चोटिल होते हैं।

भारत मदान ने कहा कि सबसे अधिक राजस्व देने वाले गुरुग्राम के हालातों पर रोना आता है। उन्होंने सरकार से भी मांग की है कि गुडग़ांव की बदहाली के लिए अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराकर उन्हें सस्पेंड करके जुर्माना लगाया जाना चाहिए। शहर के विकास के नाम पर खर्च की गई राशि की जांच करानी चाहिए कि आखिर ठेकेदारों के जो बिल बनते हैं, उनसे काम क्या हुए।

हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर हरियाणा

   

सम्बंधित खबर