कैथल सफाई घोटाले में सात माह से फरार दाे जेई गिरफ्तार 

मामले की जानकारी देते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह

जेई साहिल और जयदीप पर 28 लाख रुपये अपने खाताें में डलवाने का आरोप

कैथल, 4 फ़रवरी (हि.स.)। जिला परिषद में हुए चर्चित करोड़ों रुपए के सफाई घोटाले में मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो ने मंगलवार को दो जूनियर इंजीनियरों को गिरफ्तार किया है। दोनों पिछले सात महीने से फरार चल रहे थे। अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। ‌गिरफ्तार किए गए जेई साहिल पर पांच लाख रुपए और जगदीप पर 23 लाख रुपए अपने खातों में डलवाने के आरोप हैं। एंटी करप्शन ब्यूरो के इंस्पेक्टर महेंद्र सिंह ने मंगलवार को बताया कि गिरफ्तार किए जेई जिला जींद के रहने वाले हैं। साहिल गांव टीटो खेड़ी व जयदीप गांव दालम वाला के निवासी हैं। दोनों ने हाईकोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की थी। याचिका खारिज होने के बाद दोनों को नोटिस देकर एंटी करप्शन ब्यूरो के कार्यालय में बुलाया गया था।

इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों पर आरोप है कि उन्होंने एसडीओ नवीन के कहने पर सरकारी रकम अपने खातों में ट्रांसफर करवा ली। गिरफ्तार एसडीओ नवीन से अब तक 5 लख रुपए बरामद किए जा चुके हैं। उसकी पांच कैनाल दो मरले जमीन को भी अटैच किया गया है। गौरतलब है कि जनवरी 2021 में जिला परिषद को 31.64 करोड़ रुपए की ग्रांट मिली थी, जिसमें से 15.82 करोड़ रुपए सफाई कार्यों पर खर्च किए जाने थे। इन कार्यों में तालाबों की सफाई, श्री व फाइव पोंड सिस्टम का निर्माण और गोबर गैस प्लांट की स्थापना शामिल थी। आरोपियों ने 10 करोड़ में से केवल तीन करोड़ रुपए ही कार्यों पर खर्च किए और शेष तीन करोड़ रुपए का गबन कर लिया। पंचायतों की शिकायत पर तत्कालीन डीसी सुजान सिंह को मामले की जानकारी मिली। पूर्व सीपीएस रामपाल माजरा और विधायक लीला राम के हस्तक्षेप के बाद मामला एसीबी को सौंपा। 27 मई को एसीबी अंबाला थाने में 15 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। अब तक मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। डीडीपीओ और एक भाजपा नेता सहित कुछ आरोपी अभी भी फरार हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेश कुमार भारद्वाज

   

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