नेपाल की ओली सरकार ने पूर्व राजा ज्ञानेंद्र को अपने दायरे में रहने की दी नसीहत
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- Mar 07, 2025

काठमांडू, 7 मार्च (हि.स.)। नेपाल के पूर्व राजा ज्ञानेंद्र शाह की बढ़ती सक्रियता और देशभर में उनके पक्ष में सड़कों पर हो रहे प्रदर्शन के बीच केपी शर्मा 'ओली' की सरकार ने उन्हें अपने दायरे में रहने की नसीहत दी है। सरकार ने कहा है कि अब देश में राजतांत्रिक व्यवस्था का लौटना संभव नहीं है।
लोकतंत्र को समाप्त करने की साजिश की जाएगी तो किसी भी कीमत पर उसको सफल नहीं होने दिया जाएगा।
कुछ दिनों पहले नेपाल के प्रजातंत्र दिवस के अवसर पर पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र ने देशवासियों के नाम वीडियो संदेश जारी करते हुए उन्हें समर्थन देने की अपील की थी। इसके बाद से ही उनके समर्थक दल देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं। राजधानी काठमांडू सहित कई शहरों में हुए प्रदर्शन के बाद इस पर सरकार ने अब प्रतिक्रिया दी है।
नेपाल सरकार के प्रवक्ता पृथ्वी सुब्बा गुरुंग ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि पूर्व राजा और उनके समर्थकों द्वारा सड़क पर उछलकूद करने से देश में राजतंत्र दोबारा स्थापित नहीं हो सकता है। उन्होंने पूर्व राजा को चेतावनी देते हुए कि उनको अपने दायरे में रहना चाहिए। पूर्व सूचना तथा संचार मंत्री रहे गुरुंग ने कहा कि यदि देश में लोकतंत्र को समाप्त करने की साजिश की जाएगी तो किसी भी कीमत पर उसको सफल नहीं होने दिया जाएगा।
पूर्व राजा के पक्ष में बढ़ते जनसमर्थन पर कटाक्ष करते हुए सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि देशवासियों को पूर्व राजा के झांसे में नहीं आना चाहिए। जो व्यक्ति अपने परिवार और दरबार की सुरक्षा नहीं कर सकता, उसे देश की सुरक्षा के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि नेपाल एक उदार लोकतांत्रिक देश है। इसके कारण पूर्व राजा ज्ञानेन्द्र शाह सम्मान और सरकारी सुरक्षा के साथ देश में रह रहे हैं।
गुरुंग ने कहा कि यदि किसी और देश में राजा को सत्ता छोड़ने की नौबत आती तो वह सीधे जेल में होता या देश छोड़ कर जा चुका होता, लेकिन नेपाल सरकार उन्हें पूरे सम्मान के साथ और सरकारी सुरक्षा देकर यहां रहने दे रही है, इसका उन्हें एहसान मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि नेपाल में राजतांत्रिक व्यवस्था का अब किसी भी स्वरूप में लौटना संभव नहीं है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास