गुजरात के 4300 श्रद्धालुओं ने जीएसआरटीसी से किया महाकुम्भ का स्नान
- Admin Admin
- Feb 19, 2025
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गांधीनगर, 19 फ़रवरी (हि.स.)।
गुजरात सरकार द्वारा महाकुम्भ के लिए शुरू की गई गुजरात राज्य सड़क परिवहन निगम (जीएसआरटीसी) की बसों नेअब तक प्रयागराज के लिए 184 फेरे पूरे कर लिए हैं। अब तक अहमदाबाद, राजकोट, वडोदरा और सूरत के 4300 श्रद्धालुओं यात्रा करके महाकुम्भ में स्नान का पुण्य भी प्राप्त कर लिया है। गुजरात सरकार ने प्रयागराज के रूट में आने वाले राज्यों की पुलिस के साथ तालमेल कर यात्रा को सुगम बनाया है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के नागरिकों की महाकुंभ की यात्रा को सुगम और यादगार बनाने के लिए गुजरात सरकार ने 27 जनवरी को जीएसआरटीसी की विशेष वोल्वो बस सेवा शुरू की थी। अभी अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट से कुल 6 वोल्वो बसें तीर्थयात्रियों को प्रयागराज तक ले जा रही हैं। राज्य सरकार के सूचना विभाग के अनुसार इस सेवा के तहत 17 फरवरी तक प्रयागराज जाने-आने समेत कुल 184 ट्रिप पूरी हो चुकी हैं, जिसका लगभग 4300 श्रद्धालुओं ने लाभ उठाया है।
महात्मा गांधी की भूमि पोरबंदर के तीर्थयात्री जिग्नेश वाजा ने बताया कि उन्हें इस सेवा का लाभ मिला और पूरी यात्रा के दौरान बापू का संदेश- ‘स्वच्छता में ईश्वर का वास’ साकार होते नजर आया। अहमदाबाद के नारणपुरा निवासी अजय कंसारा ने बताया कि इस यात्रा के दौरान गुजरात एसटी निगम का काम प्रेरणादायी था। गुजरात सरकार स्वयं इस यात्रा में सहभागी बनकर श्रद्धालुओं को यात्रा करा रही है, जो एक सराहनीय कार्य है। इसके अलावा, गुजरात पवेलियन में भी अद्भुत सेवा मिली।
वडोदरा के 45 वर्षीय जयेश लाडाणी ने कहा कि गुजरात सरकार की इस सुविधा से उनके ग्रुप की यात्रा यादगार बन गई। बस की आरामदायक बैठक व्यवस्था, स्टाफ का व्यवहार, शिवपुरी में रात्रि विश्राम और प्रयागराज में लोकल टीम द्वारा उन्हें दी गई जानकारी प्रशंसनीय है। इसी तरह अन्य यात्रियों के भी अनुभव अच्छे रहे।
राज्य में 100 वोल्वो बसों का संचालन
जीएसआरटीसी द्वारा राज्य के नागरिकों को प्रीमियम सेवा प्रदान करने के लिए वर्तमान में 100 वोल्वो बसों का संचालन किया जा रहा है। इन बसों में आरामदायक पुश बैक सीटों, एयर सस्पेंशन और अत्याधुनिक फायर सिस्टम की सुविधा है। राज्य में विभिन्न स्थानों सहित दीव और नाथद्वारा के लिए यह सेवा उपलब्ध है। महाकुंभ के लिए अंतिम ट्रिप 25 फरवरी को रवाना होगी।
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हिन्दुस्थान समाचार / बिनोद पाण्डेय