हिसार : 26 लाख की लागत से बनेगी श्मशान घाट की चारदीवारी

अब नहीं होगा बेसहारा पशुओं का नुकसान

ब्लॉक समिति के फंड से रामबाग में बनेगा एक और शेल्टर शैड

हिसार, 7 अक्टूबर (हि.स.)। हरियाणा के पहले ऑक्सीजन जोन विलेज तलवंडी राणा के अधर में लटके श्मशान घाटों की के निर्माण के लिए 26 से अधिक की ग्रांट पास हो गई है। इसके बाद जहां मुख्य श्मशान घाट की अधर में लटकी चारदीवारी का निर्माण पूरा हो जाएगा वहीं बिश्नोई श्मशान भूमि की चारदीवारी बनाई जाएगी। केश कला एवं कौशल विकास बोर्ड के निदेशक नरेश सेलपाड़ ने सोमवार को बताया कि बिश्नोई श्मशान घाट की चारदीवारी का निर्माण जहां आचार संहिता के तुरंत बाद हो जाएगा। इसके लिए 10 लाख आठ हजार रुपये की ग्रांट जल्द ही रिलीज होगी। यह कार्य पंचायत के माध्यम से संपन्न हो सकेगा। इसी प्रकार मुख्य श्मशान घाट की चारदीवारी को पूरा करने के लिए 15 लाख 26 हजार का एस्टीमेंट बनाया गया था।

जिला प्रशासन के स्तर पर प्रपोजल निदेशक पंचायत राज को भेजा गया है। साथ ही इसके लिए जमीन की पैमाइश करवाने के लिए जिला प्रशासन, तहसीलदार एवं बीडीपीओ कार्यालय को लिखा गया है। निदेशक नरेश सेलपाड़ के अनुसार तलवंडी राणा के 300 से अधिक ग्रामीण शिवधाम योजना के तहत श्मशान भूमि की चारदीवारी की निर्माण पूरा करवाने, शैड का निर्माण करवाने एवं पानी की व्यवस्था करवाने के लिए लगातार प्रयासरत थे। जिला प्रशासन से सहयोग न मिलने के बाद यह मामला चण्डीगढ़ स्तर पर पहुंच गया था। उसके बाद प्रदेश सरकार ने 26 लाख रुपये से अधिक ग्रांट जारी करने के आदेश दिए थे।

तलवंडी राणा श्मशान घाट स्थित राह ग्रुप फाउंडेशन की फूलों की नर्सरी से आसपास के सैंकड़ों स्कूलों को निशुल्क फूलों की आपूर्ति होती है। यहां श्मशान भूमि की चारदीवारी पूरी न होने के कारण अक्सर यहां बेसहारा पशुओं के कारण नसर्री को नुकसान पहुंचाते थे। इसके अलावा श्मशान भूमि में लगे पेड़-पौधों को भी बर्बाद कर देते थे।

निदेशक नरेश सेलपाड़ ने बताया कि तलवंडी राणा रामबाग में ब्लॉक समिति के फंड से एक शेड का निर्माण कराने की योजना है। इससे पहले तलवंडी राणा के मुख्य श्मशान घाट में जहां एक बडै शैट 60 बाई 20 फुट का निर्माण पंच कर्मबीर सैन, पंच बलवंत खटाना एवं गौ-सेवक रामचन्द्र वर्मा ने अपने व्यक्तिगत फंड के सहयोग से ग्राम पंचायत द्वारा करवाया जा चुका है। दरअसल ये तीनों वो पंच हैं, जो कि सर्वसम्मति से चुने गए थे। सर्व-सहमति से पंच चुने जाने पर सरकार की ओर तरफ से प्रति पंच पचास-पचास हजार रुपये की ग्रांट दी जाती है। इन तीनों पंचों से तलवंडी राणा रामबाग सेवा समिति के पदाधिकारियों ने मुलाकात कर यहां पर शेड बनाने का अनुरोध किया था। इससे पहले अंतिम संस्कार में जाने वाले लोगों को गर्मी, सर्दी व बरसात के दौरान शेल्टर/शेड न होने के कारण भारी परेशानी का सामना करना पड़ता था।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर

   

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