मसूदा के नांदसी के मतदान केंद्र संख्या 195 पर दोबार मतदान गुरुवार को

अजमेर, 1 मई(हि.स.)। राजस्थान का अजमेर एक मात्र ऐसा संसदीय क्षेत्र है जहां एक पोलिंग केंद्र नांदसी पर पोलिंग पार्टी ने मतदान के आवश्यक दस्तावेज ही खो दिए। उस केंद्र पर 2 मई, गुरुवार को पुर्नमतदान होगा। जिला प्रशासन ने दोबारा मतदान के लिए दल रवाना कर दिए हैं वहीं यह विचारणीय हो गया है क्या पोलिंग पार्टी के पांच कार्मिकों को निलंबित कर देने से इतना गंभीर मामला रफा दफा हो जाएगा। जोरदार बात तो यह है कि जिला निर्वाचन अधिकारी ने चार दिन तक इस घटना को छिपाए रखा।

लोकसभा चुनाव के अब तक दो चरण हुए हैं। 19 अप्रैल को पहले चरण में 102 तथा 26 अप्रैल को द्वितीय चरण में 88 सीटों पर मतदान हुआ। द्वितीय चरण की 88 सीटों में राजस्थान का अजमेर संसदीय क्षेत्र भी शामिल रहा। 26 अप्रैल को मतदान हो जाने के बाद जिला निर्वाचन विभाग की ओर से दावा किया गया कि पूरे संसदीय क्षेत्र में शांतिपूर्ण मतदान हो गया है। कहीं से भी गड़बड़ी की कोई शिकायत नहीं मिली है, लेकिन 30 अप्रैल को अचानक जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. भारती दीक्षित की ओर से कहा गया कि अजमेर संसदीय क्षेत्र के मसूदा विधानसभा के नांदसी गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के मतदान केंद्र संख्या 195 पर 2 मई को पुनर्मतदान होगा।

बताया गया कि 26 अप्रैल को जब पोलिंग पार्टी मतदान करवा कर लौट रही थी, तब मतदान से जुड़े आवश्यक दस्तावेज गुम हो गए। इसमें निर्वाचन विभाग द्वारा जारी रजिस्टर 17ए शामिल हैं। इस रजिस्टर में ही मतदान के दौरान मतदाता का मतदाता सूची क्रमांक, मतदाता का पहचान पत्र, हस्ताखर या अंगूठा आदि दर्ज होते हैं। पोलिंग पार्टी ईवीएम और वीवीपैट मशीन के साथ साथ रजिस्टर आदि दस्तावेज भी जमा करवाती है। अजमेर संसदीय क्षेत्र की मतगणना अजमेर स्थित पॉलिटेक्निक कॉलेज में होगी, इसलिए सभी दस्तावेज इसी कॉलेज में जमा किए गए। अब जब सच्चाई सामने आई है तो पता चला कि मतदान केंद्र संख्या 195 के दस्तावेज 26 अप्रैल की रात को जमा नहीं हुए। विचारणीय है कि आखिर इतने गंभीर मामले को चार दिनों तक क्यों छुपाए रखा गया। इस बीच निर्वाचन अधिकारी ने विस्तृत रिपोर्ट राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को भेजी और मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने देश के चुनाव आयोग को रिपोर्ट भेजी। इसमें आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों की रिपोर्ट भी शामिल रही। अब चुनाव आयोग के निर्देश पर ही 2 मई को पुनर्मतदान करवाया जा रहा है।

पांच कार्मिक ही जिम्मेदार

आवश्यक दस्तावेज खो देने के मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी ने पोलिंग पार्टी के पीआरओ राम किशोर, पीओ प्रथम विश्वेंद्र बैरवा, पीओ द्वितीय राजेंद्र सिंह तथा पीओ तृतीय गोपाल व ब्रदी को निलंबित कर दिया है। गौरतलब है कि मतदान केंद्र की निगरानी के लिए कई स्तरों पर अधिकारी नियुक्त होते हैं। पोलिंग पार्टियां हर छोटी छोटी घटनाओं की जानकारियां मोबाइल पर उच्च अधिकारियों को भेजती है। मतदान के आवश्यक दस्तावेज गुम होने के लिए कई बड़े अधिकारी भी जिम्मेदार हैं, जिनमें आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षक भी शामिल हैं।

मतदाताओं को होगी परेशानी

मसूदा के नांदसी के मतदान केंद्र संख्या 195 पर 750 मतदाता दर्ज है। पुनर्मतदान होने से मतदाताओं को परेशानी होगी। हो सकता है अब बहुत से मतदाता अपने काम से बाहर चले गए हों। ऐसे में मतदान नहीं कर पाने के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा।

मसूदा एसडीएम कुलदीपसिंह शेखावत ने बताया कि रजिस्टर 17-ए को गुम कर दिया था और जिला निर्वाचन अधिकारी के स्तर पर पोलिंग पार्टी पर कार्रवाई भी की गई, इस पूरे मामले को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने गंभीरता से लिया है।

तो वही रजिस्टर 17-ए गुम होने के कारण वापस मतदान करवाना पड रहा है, बूथ पर 753 मतदाताओं को फिर से वोट डालने पडेंगे। लेकिन इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई, यह भी आशंका व्यक्त की जा रही है कि मतदान दल की गलती या जानबूझकर रजिस्टर भूलना अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा करता है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि मसूदा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 195, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, नान्दसी के कमरा संख्या 1 में स्थित बूथ पर दोबारा मतदान गुरुवार 2 मई को सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक किया जाएगा। क्या फिर से 753 मतदाता अपने मत का प्रयोग कर पाएगें, ऐसे कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं। पोलिंग पार्टी दोबारा मतदान केंद्र पर पहुंच गई हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/संतोष/ईश्वर

   

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