उप्र में धूल भरी आंधी के साथ हल्की बारिश की संभावना

कानपुर, 09 मई (हि.स.)। बंगाल की खाड़ी से आ रही नम हवाओं के कारण उत्तर प्रदेश के मौसम का मिजाज बदल गया। खासकर मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में इसका असर अधिक है। गुरुवार को दिनभर आसमान में बादलों की आवाजाही बनी रही जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी तीन दिन स्थानीय स्तर पर हल्की बारिश और धूल भरी आंधी चलेगी।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने गुरुवार को बताया कि पूर्वोत्तर असम और इससे जुड़े इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। बांग्लादेश के ऊपर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तरी हरियाणा और उसके आसपास एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान और इससे जुड़े इलाकों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वोत्तर राजस्थान पर चक्रवाती परिसंचरण से लेकर उत्तर प्रदेश, झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए दक्षिणी असम तक फैली हुई है।

उत्तर-पूर्व राजस्थान से दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक, मध्य महाराष्ट्र और उत्तरी आंतरिक कर्नाटक से गुजरते हुए एक ट्रफ/हवा का असंतुलन मौजूद है। तमिलनाडु के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में 12 मई तक मौसम उथल पुथल बना रहेगा। इसके साथ ही तेज धूल भरी हवाओं के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है।

बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 37.4 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान मामूली कमी रही और 24.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 65 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 36 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 12.7 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। इस दौरान 12 मई तक स्थानीय स्तर पर गरज-चमक, धूल भरी आंधी और तेज हवाओं के साथ हल्की वर्षा होने की संभावना है। इसके साथ ही हवाओं की गति सामान्य से अधिक चलने के आसार हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/दिलीप

   

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