संदेशखाली में तीन दिनों से पुलिस और तृणमूल नेताओं को नहीं घुसने दे रही हैं महिलाएं

कोलकाता, 15 मई (हि.स.)। संदेशखाली में हालात एक बार फिर पिछले तीन दिनों से बिगड़े हुए हैं। पुलिस लोगों में सुरक्षा का भाव नहीं जगा पा रही है, जिसकी वजह से सोमवार को विरोध प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी। उसके बाद हर रात जागकर महिलाएं इलाके में तृणमूल नेताओं और पुलिस को घुसने नहीं दे रही हैं। संदेशखाली के बट्टाला इलाके में महिलाएं रात में जाग रही हैं। रात्रि पहरे पर बैठी महिलाओं ने कहा, ''वे हमें कोई सुरक्षा नहीं दे पा रहे हैं। इसलिए हमने ये फैसला लिया है।'' महिलाएं झाड़ू लेकर गांव की रखवाली के लिए सड़कों पर उतरीं हैं।

बीते रविवार को ग्रामीणों ने संदेशखाली थाने का घेराव किया था। इसके बाद प्रदर्शनकारी ग्रामीणों के एक समूह ने स्थानीय तृणमूल नेतृत्व का पीछा किया था। इस मामले में पुलिस ने अति सक्रियता दिखाते हुए चार महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके विरोध में सोमवार दोपहर ग्रामीणों ने व्यापक विरोध प्रदर्शन किया। गिरफ्तारी के खिलाफ सड़क पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। उसके बाद, जैसे-जैसे रात बढ़ती गई, संदेशखाली की महिलाओं ने रात की निगरानी की यह अनूठी पहल शुरू की है। महिलाओं का कहना है कि इस तरह से निगरानी जारी रहेगी। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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