केदारनाथ यात्रा मार्ग पर मानवता का फर्ज निभा रही पुलिस

यात्रा मार्ग में खोये यात्री को ढूंढकर परिजनों को सौंपते महिला पुलिस जवान।

-बीमार यात्रियों को पहुंचाया जा रहा स्वास्थ्य केन्द्र, बिछड़ों को मिला रहे परिजनों से, खोया हुआ सामान भी लौटाया जा रहा,

रुद्रप्रयाग, 18 मई (हि.स.)। केदारनाथ यात्रा में पुलिस स्तर से चलाए जा रहे ऑपरेशन के तहत पुलिस के जवान यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं की हर सम्भव मदद कर उनके चेहरों पर मुस्कान ला रहे है। चाहे बिछड़ों को परिजनों से मिलाना हो, बीमार को स्वास्थ्य केन्द्र या फिर तीर्थयात्रियों का खोया हुआ सामान वापस दिलाना में पुलिस कर्तव्य निर्वहन के साथ मानवता का फर्ज भी बखूबी निभा रही है।

इसके अलावा केदारनाथ के कपाट खुलने के बाद केदारनाथ हजारों की संख्या में यात्री भोले बाबा के दर्शनों को पहुंच रहे हैं। पैदल मार्ग से केदारनाथ तक यात्रियों की इतनी भीड़ है कि बच्चों के साथ ही बडे़ लोग भी यहां बिछड रहे हैं। राजमाला निवासी तेलंगाना केदारनाथ के दर्शन कर वापस गौरकुंड आते समय परिजनों से बिछड़ गई थी। उनके परिजनों ने पुलिस को इसकी सूचना देकर सहायता मांगी, जिस पर महिला आरक्षी प्रीति ने उनके परिजनों को ढूंढखोज कर उनके सुपुर्द किया।

केदारनाथ में मुम्बई से आए श्रद्धालु निखिल का आईफोन कहीं खो गया था। उन्होंने अपनी परेशानी ड्यूटी पर तैनात पुलिस जवान को बताई। पुलिस स्तर से खोए हुए आई फोन को ढूंढकर श्रद्धालु को वापस किया गया। श्रद्धालु ने अपना आई फोन वापस पाकर पुलिस का आभार प्रकट किया गया। चौकी केदारनाथ धाम में नियुक्त मुख्य आरक्षी सोहन चौधरी को एक फोन मिला। इसके स्वामी का पता लगाने के लिए मुख्य आरक्षी ने अनाउंसमेंट कराकर खोया पाया केन्द्र को भी इसकी सूचना दी। कुछ देर बाद मोबाइल धारक श्रद्धालु बिन्देश्वर निवासी राजस्थान वहां पर आए, जिनको उनका मोबाइल फोन सकुशल वापस किया गया। पुलिस का ष्ऑपरेशन मुस्कानष् लोगों की मदद करने में वरदान सिद्ध हो रहा है।

दूसरी ओर थाना ऊखीमठ क्षेत्रान्तर्गत ओंकारेश्वर मंदिर एवं कस्बा ऊखीमठ में एक नाबालिग बालक अपने माता-पिता से बिछड़ गया और यहां-वहां घूम रहा था। उक्त बालक को सुरक्षा के दृष्टि से शीघ्र पुलिस कर्मियों ने थाना ऊखीमठ में लाकर रात्रि में बच्चे की रहने व खाने की उचित व्यवस्था कर बच्चे के बारे में अपने स्तर से जानकारी की गई तो बच्चे द्वारा अपना नाम आर्यन अधिकारी बताया गया एवं अपना पूर्ण पता नहीं बता सका। प्रभारी निरीक्षक ऊखीमठ मुकेश सिंह चौहान ने नाबालिग किशोर के परिजनों की जानकारी को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए।

नाबालिग किशोर के परिजनों के संबंध में निकटवर्ती थानों से जानकारी करने तथा अथक प्रयासों के उपरांत परिजनों के बारे में जानकारी प्राप्त की गई। इसके बाद पता चला कि बच्चा नेपाली मूल का है और इसके माता-पिता देवीधार थाना गुप्तकाशी क्षेत्रान्तर्गत मजदूरी का कार्य करते हैं। परिजनों से संपर्क स्थापित किये जाने पर बालक के दादा को सूचना दी गयी। पूर्ण जानकारी करने पर बालक का नाम आर्यन अधिकारी पुत्र मिदल अधिकारी उम्र 12 वर्ष निवासी जुमला, थाना कालीकोट नेपाल तथा हाल निवास देवीधार खुमेरा, थाना गुप्तकाशी ज्ञात हुआ। पूर्ण तस्दीक करने के उपरांत नाबालिग बालक को उसके दादा दान सिंह पुत्र सुजीत सिंह निवासी के सुपुर्द किया गया।

बालक को सकुशल व सुरक्षित पाकर परिजनों ने रुद्रप्रयाग पुलिस का आभार प्रकट कर अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान किया। पुलिस टीम में मुख्य आरक्षी प्रकाश आर्य, महिला आरक्षी ललिता, आरक्षी अरविंद सिंह, आरक्षी रविंद्र सिंह आदि शामिल थे।

पुलिस अधीक्षक डॉ विशाखा भदाणे ने बताया कि अब तक 20 बिछड़ों को मिलवाने, 11 खोए मोबाइल वापस दिलाने, 14 बैग व जरूरी सामग्री ढूंढकर वापस दिलाया गया। उन्होंने बताया कि पुलिस के जवान तीर्थयात्रियों की हरसंभव मदद में जुटे हुए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित

/रामानुज

   

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