मुख्यमंत्री ने कहा, चार धामों के अलावा यात्रा मार्गों पर भी श्रद्धालुओं, वाहनों की धारण क्षमता का आंकलन किया जाए

मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।मुख्यमंत्री सचिवालय में चारधाम यात्रा की समीक्षा बैठक करते।

-तीर्थाटन और पर्यटन मार्गों पर पार्किंग और मूलभूत सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए

-कैंची धाम के लिए शटल बस सेवा शुरू करने के दिये निर्देश

देहरादून, 27 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारों धामों की धारण क्षमता के अलावा यात्रा मार्ग के अन्य स्थलों पर भी श्रद्धालुओं और वाहनों की धारण क्षमता का आंकलन करना जरूरी है। तीर्थाटन और पर्यटन मार्गों पर पार्किंग और मूलभूत सुविधाओं की समुचित व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने कैंची धाम के लिए शटल बस सेवा शुरू करने के निर्देश दिए।

सोमवार को सचिवालय में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा, मानसखण्ड मदिंर माला मिशन, कैंचीधाम और पूर्णागिरी में विभिन्न व्यवस्थाओं की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा में हर साल श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से वृद्धि होगी। चारधाम यात्रा मार्गों और राज्य के तीर्थाटन और पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थलों पर पार्किंग और मूलभूत आवश्यकताओं से संबंधित प्रस्ताव आवास विभाग को भेजे जाएं।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा के चरम सीमा वाली अवधि में हर साल के लिए विशेष प्लान बनाया जाए। ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल सेवा शुरू होने से पहले रेल मार्गों पर और कर्णप्रयाग एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में पार्किंग और अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी कार्ययोजना के साथ कार्य किये जाएं।

मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा सुचारु रूप से चलने पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने शासन और प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इसी मनोयोग के साथ चारधाम यात्रा को आगे भी सुव्यवस्थित रखना है। उन्होंने कहा कि 31 मई तक ऑफलाइन पंजीकरण बंद रखे जाएं। यात्रा के अनुरूप ऑफलाइन पंजीकरण पर आगे निर्णय लिया जायेगा। उन्होंने गढ़वाल और कुमाऊं कमिश्नर को निर्देश दिये कि चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत रूट डायवर्ट प्लान पर भी कार्य किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कैंची धाम और पूर्णागिरी में भी श्रद्धालुओं की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि कैंची धाम में मूलभूत सुविधाओं के साथ पर्याप्त पार्किंग व्यवस्था रखी जाए। कैंची धाम जाने वाले मार्गों में भी पर्याप्त पार्किंग की व्यवस्था की जाये। कैंची धाम के लिए शटल बस सेवा शुरू की जाये। कैंचीधाम के लिए बाइपास भी प्रस्तावित है।

उन्होंने कहा कि पूर्णागिरी में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के तहत कार्यों में तेजी लाई जाये। श्रद्धालुओं की सुविधा के दृष्टिगत इन्फ्रास्ट्रक्चर और कनेक्टिविटी के साथ ही मूलभूत सुविधाओं पर तेजी से कार्य किये जाएं।

दोनों मण्डलों की कनेक्टिविटी पर दिया जोर-

मुख्यमंत्री ने कहा कि गढ़वाल और कुमांऊ की कनेक्टिविटी को और मजबूत करने, पर्यटन और तीर्थाटन की दृष्टि से दोनों मण्डलों को श्रद्धालुओं से जोड़ने लिए रानीखेत और चौखुटिया क्षेत्र में होम स्टे और अन्य सुविधाओं को विस्तार देने पर कार्य किया जाए।

‘यात्रा समाधान’ मोबाइल एप्लीकेशन का दिया प्रस्तुतीकरण-

चारधाम यात्रा को सुगम और बेहतर बनाने के लिए ‘यात्रा समाधान’ मोबाइल एप्लीकेशन का प्रस्तुतीकरण भी किया गया। इस मोबाइल एप्लीकेशन का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं एक ही प्लेटफार्म पर देना है। इस एप्लीकेशन के माध्यम से चारों धामों के निकटवर्ती पुलिस स्टेशन, हॉस्पिटल, पार्किंग और अन्य सुविधाएं मिलेंगी। इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से यात्रा से जुड़े सभी पक्षकार बीकेटीसी, मंदिर प्रशासन, होटल, टूर ऑपरेटर्स, ट्रांसपोर्टस आपस में जुड़ सकेंगे। मुख्यमंत्री ने आईटीडीए और पर्यटन विभाग को निर्देश दिये कि इस मोबाइल एप्लीकेशन को और बेहतर बनाने के लिए कार्य किये जाए।

बैठक में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, प्रमुख सचिव आर.के सुधांशु, डीजीपी अभिनव कुमार, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम, शैलेश बगोली, अरविन्द सिंह ह्यांकी, सचिन कुर्वे,दिलीप जावलकर, सचिव एवं गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पाण्डेय, सचिव एस.एन. पाण्डेय, डॉ. आर. राजेश कुमार, विशेष सचिव डॉ. पराग मधुकर धकाते, एडीजी ए.पी. अंशुमन, अपर सचिव रणवीर सिंह चौहान, वर्चुअल माध्यम से अपर मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन, कुमांऊ कमिश्नर दीपक रावत, जिलाधिकारी हरिद्वार धीराज गर्ब्याल, नैनीताल जिलाधिकारी वंदना उपस्थित थीं।

हिन्दुस्थान समाचार/राजेश

/रामानुज

   

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