बंगाल प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए प्रतिबद्ध है : पर्यावरण मंत्री

कोलकाता, 10 जून (हि.स.)। पर्यावरण मंत्री मोहम्मद गुलाम रब्बानी ने सोमवार को कहा कि पश्चिम बंगाल में सरकारी वाहनों से होने वाले उत्सर्जन और वायु प्रदूषण पर नज़र रखने के लिए बीस डिवाइस लगाए जा रहे हैं।

पश्चिम बंगाल प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुख्यालय में अपने 50वें वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित एक कार्यक्रम में बोलते हुए, रब्बानी ने राज्य भर में सबसे व्यापक वायु गुणवत्ता और ध्वनि प्रदूषण निगरानी और ट्रैकिंग प्रणाली स्थापित करने के लिए आधुनिक दृष्टिकोण के बंगाल के सफल कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि डब्ल्यूबीपीसीबी सेव प्लैनेट पहल के हिस्से के रूप में कचरे को मूल्यवान संसाधनों में बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में जलवायु परिवर्तन के मद्देनजर पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए 2030 तक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

रब्बानी ने जोर देकर कहा कि पर्यावरण के साथ अन्याय का मतलब है इंसानों और अन्य जीवों के साथ अन्याय। डब्ल्यूबीपीसीबी के सदस्य सचिव राजेश कुमार ने बताया कि शहर और उसके आसपास के इलाकों में स्वचालित वायु निगरानी स्टेशनों की संख्या 14 से बढ़कर 22 हो गई है। साथ ही राज्य भर में 90 अतिरिक्त मैनुअल वायु निगरानी स्टेशन स्थापित किए गए हैं। इसके अलावा, साउंड पॉल्यूशन के डेसिबल सीमा के उल्लंघन की वास्तविक समय की निगरानी के लिए ध्वनि निगरानी स्टेशनों की संख्या 10 से बढ़कर 230 हो गई है।

उन्होंने यह भी बताया कि डब्ल्यूबीपीसीबी ने हानिकारक धुएं को कम करने के लिए 2024-25 में चार हजार ''धुआं रहित चूल्हे'' वितरित किए हैं। इसके अलावा, कुमार ने न्यूटाउन कोलकाता विकास प्राधिकरण (एनकेडीए) क्षेत्र में शुरू की गई एक पायलट परियोजना के साथ एक ठोस अपशिष्ट प्रबंधन निगरानी प्रणाली की शुरूआत पर प्रकाश डाला। कुमार ने कहा कि सिंगल-यूज प्लास्टिक के उपयोग को रोकने के लिए, डब्ल्यूबीपीसीबी विभिन्न बाजारों में कपड़े के बैग वेंडिंग मशीनें लगाने की योजना बना रहा है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा

   

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