रक्तदाता समाज और मानवता के अप्रतिम सेवक : सहकारिता मंत्री

जयपुर, 16 जून (हि.स.)। सहकारिता मंत्री गौतम कुमार दक ने कहा कि रक्तदान से अच्छी कोई जनसेवा नहीं है। जैसे वक्त का हर क्षण अमूल्य होता है उसी प्रकार रक्त का प्रत्येक हिस्सा अमूल्य होता है। उन्होंने कहा कि रक्तदाता समाज और मानवता का अप्रतिम और सच्चा सेवक है।

दक ने रविवार को चित्तौडगढ़ जिले की ग्राम पंचायत महुडा के गांव उत्तरवाड़ा में सांवलिया जी हॉस्पिटल चित्तौडगढ़ के तत्वावधान में आयोजित रक्तदान शिविर का शुभारम्भ महाराणा प्रताप की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। उन्होंने कहा कि यह वैज्ञानिक रूप से प्रतिपादित है कि रक्तदान से रक्तदाता का स्वास्थ्य तो बेहतर होता ही है, साथ ही उसके रक्तदान से कई लोगों की जान बच सकती है। सहकारिता मंत्री ने आह्वान किया कि सभी स्वस्थ व्यक्तियों को रक्तदान करना चाहिये ताकि समाज को स्वस्थ बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि कई लोगों में यह भ्रांति है कि रक्तदान करने से कमजोरी आ जाती है लेकिन ऐसा नहीं होता है। बल्कि रक्तदाता में कई प्रकार के रोग होने की संभावना कम हो जाती है। उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति प्रत्येक तीन माह में एक बार रक्तदान कर सकता है। रक्तदान शिविर में 45 यूनिट रक्त एकत्रित हुआ।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि खेल व्यक्ति के मानसिक, शारीरिक और मानसिक विकास के लिये सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। खेल हमें स्वस्थ रखने के साथ समाज को एकजुट करने सहायक है। उन्होंने कहा कि सामूहिक खेलों से हम सभी में टीमवर्क का कौशल और नेतृत्व शक्ति प्राप्त होती है। दक रविवार को चित्तौडगढ़ के ग्राम पंचायत अमीरामा के ग्राम मरावदिया स्थित बिरसा मुण्डा स्टेडियम में आयोजित की जा रही मालावत प्रीमियर लीग सीजन-8 का शुभारम्भ करते हुये बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि खेल के माध्यम से समाज में नैतिकता का प्रसार होता है और व्यक्ति के जीवन में अनुशासन एवं विश्वासस उत्पन्न करता है। उन्होंने कहा कि खेलों के आयोजन से समाज एक गतिशीलता का संचार होता है और खेल हमारे शरीर को मजबूत बनाने और हमारे जीवन में समन्वय और संतुलन करने में अत्यन्त आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समाज को एकजुट करने के लिये खेलों का आयोजन नियमित रूप से होना चाहिये।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/प्रभात

   

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