मनरेगा में कूप योजना में मजदूरी भुगतान को लेकर भारी गड़बड़ी

-ऑनलाइन मजदूरी, धरातल पर कार्य बंद

पलामू, 25 जून (हि.स.)। जिले के पाटन प्रखंड की नावाखास पंचायत में बिना मजदूरी किए ही रोजगार सेवक द्वारा मनरेगा योजना में पैसे का भुगतान कर दिया जा रहा है। इस पंचायत में मनरेगा के तहत कई महत्वाकांक्षी योजनाएं चल रही हैं, जिसमंे सिंचाई कूप का भी निर्माण हो रहा है। इस योजना में भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। रोजगार सेवक द्वारा मजदूरों से काम कराए बिना भुगतान दिखा दिया गया है। इसके लिए स्थल पर जाकर सच्चाई जानने की कोशिश की गयी। इसके बाद ही भुगतान एवं मजदूरी कराने जाने का पता चला।

22 जून को मनरेगा योजना में सिस्टम के अनुसार ऑनलाइन के माध्यम से 46 मजदूर कार्य कर रहे थे, जिसमें 24 महिलाएं एवं 22 पुरुष थे। जब योजना के धरातल पर पहुंच कर मजदूरों की जानकारी ली गई तो सिर्फ एक कुआं पर तीन मजदूरी कार्य करते पाए गए हैं। बाकी कुएं में मजदूरी का कार्य बंद था।

इस संबंध में कुएं के लाभुक सुनीता देवी के पति नंदकिशोर तिवारी से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मेरे कुएं पर दो दिनों से कार्य बंद है। वही एक और कुएं के लाभुक विनोद तिवारी से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मेरा कुआं बनकर तैयार हो गया, लेकिन रोजगार सेवक के द्वारा मजदूरी का भुगतान नहीं किया जा रहा है। भुगतान करने के लिए बोला जाता है तो बोलते हैं कि पहले डिमांड के लिए पैसा दीजिए। पैसा नहीं देंगे तो मजदूरी भुगतान नहीं करेंगे।

इस संबंध में रोजगार सेवक से बातचीत की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि सारे मजदूर कुआं में कार्य कर रहे हैं। जबकि जमीन सच्चाई कुछ और बयां कर रही थी।

हिन्दुस्थान समाचार/दिलीप

   

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