मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद गंगा नदी में अवैध बालू खनन जारी

मुख्यमंत्री के निर्देश के बावजूद गंगा नदी में अवैध बालू खनन जारी

हुगली, 29 जून (हि.स.)। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सख्त निर्देशों की अवहेलना करते हुए हावड़ा और हुगली जिले की सीमा पर गंगा नदी से बालू निकाला जा रहा है और उसे नावों से ढोया जा रहा है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस बालू को उत्तरपाड़ा के मखला इलाके के ईंट भट्ठों तक पहुंचाया जा रहा है।

हाल ही में कई प्रशासनिक बैठकों में राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अवैध बालू खनन और ओवरलोडिंग के खिलाफ मुखर हो चुकी हैं। पुलिस और प्रशासनिक स्तर से कार्रवाई के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किये गये हैं। लेकिन, हुगली और हावड़ा जिले से सटे बालीखाल और उत्तरपाड़ा में गंगा। नदी से अवैज्ञानिक तरीके से खुलेआम गंगा की रेत निकाली जा रही है। उस रेत को उत्तरपाड़ा मखला, बाली क्षेत्र के कई ईंट भट्टों को बेचा जा रहा है।

इस बीच, पिछले छह महीने में उत्तरपाड़ा से कोन्नगर इलाके में नहाने के दौरान कई लोग गंगा में डूब चुके हैं। भाजपा श्रीरामपुर सांगठनिक जिला कमिटी के सदस्य पंकज राय ने कहा कि प्रशासन को गंगा नदी का अवैध खनन रोकना चाहिए। नदी में अवैध खनन के कारण नदी का तल ऊंचा-नीचा हो गया है जिसमें ज्वार के दौरान भंवर बन जाता है जिसमें फंसकर लोगों की जान चली जाती है। उत्तरपाड़ा और कोन्नगर के गंगा घाटों पर पिछले छह महीनों में दर्जनों लोगों की नदी में डूबकर मौत हो चुकी है। नदी में अवैध खनन के कारण एक तरफ जहां राज्य सरकार के रॉयल्टी की चोरी हो रही है तो वहीं दूसरी तरफ लोगों की जान जा रही है। प्रशासन को सख्त हाथों से इस समस्या का निपटारा करना होगा।

जब इस बारे में उत्तरपाड़ा के विधायक कंचन मल्लिक से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें नदी से अवैध रेत उत्खनन के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष लाशों पर राजनीति कर रहा है। यदि अवैध बालू खनन कहीं हो रहा है तो वे प्रशासन से इसको रोकने का अनुरोध करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार /धनंजय /गंगा

   

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