एसीएस ने की राजस्थान में मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्धता की समीक्षा

जयपुर, 4 जनवरी (हि.स.)। कोविड-19 को लेकर केन्द्र सरकार की ओर से जारी एडवाइजरी के दृष्टिगत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने गुरुवार को शासन सचिवालय स्थित अपने कक्ष में प्रदेश में ऑक्सीजन प्लांट्स की क्रियाशीलता एवं ऑक्सीजन उपलब्धता के संबंध में समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।

बैठक में बताया गया कि कोविड-19 या अन्य बीमारियों के प्रबंधन के लिए राज्य में मेडिकल ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। वर्तमान में राज्य में कोविडकाल की तुलना में मेडिकल ऑक्सीजन उत्पादन क्षमता 2.5 गुना तक बढ़ गई है। प्रदेश में ऑक्सीजन की उपलब्धता के लिए 40 हजार से अधिक ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर, 18 हजार से अधिक अतिरिक्त डी-टाइप सिलैण्डर, ऑक्सीजन कन्सन्ट्रेटर बैंक तथा 46 लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन टैंक उपलब्ध हैं।

बैठक में निर्देश दिए गए कि चिकित्सा संस्थानों में स्वायत शासन विभाग एवं जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा लगाए गए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता जयपुर विकास प्राधिकरण एवं स्वायत शासन विभाग के माध्यम से सुनिश्चित करवाई जाए। इन प्लांट्स में ऑक्सीजन उत्पादन सुचारू रूप से हो, इसके लिए आवश्यक कार्यवाही की जाए। इसी प्रकार कोविडकाल में दान-दाताओं द्वारा तथा सांसद-विधायक कोष से लगाए गए ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट का सुचारू संचालन जिला कलेक्टर्स के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, चिकित्सा संस्थानों में स्थापित अन्य ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की क्रियाशीलता संस्थान प्रभारियों के माध्यम से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

बैठक में यह भी निर्देश दिए गए कि जो प्लांट्स तकनीकी कारणों या मानव संसाधन के अभाव में क्रियाशील नहीं हैं। उन्हें शीघ्र ठीक करवाने एवं मानव संसाधन उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जाए। बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिव प्रसाद नकाते, आरएमएससीएल की प्रबन्ध निदेशक अनुपमा जोरवाल, राज्य नोडल अधिकारी ऑक्सीजन डॉ. प्रेम सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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