कवयित्री मुकुल लाल रचित काव्य संग्रह ''युगदूत'' का विमोचन

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बेगूसराय, 10 जनवरी (हि.स.)। साइंस फॉर सोशियो इकोनामिक डेवलपमेंट के बैनर तले आज जिला के वरिष्ठ कवयित्री मुकुल लाल द्वारा रचित काव्य संग्रह ''युगदूत'' का विमोचन किया गया। मौके पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, शिक्षाविद एवं बुद्धिजीवी उपस्थित थे।

मौके पर विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने कहा कि युवाओं के लिए अवधेश लाल आदर्श हैं। आज के लोगों को उनसे सीखने की जरूरत है कि कैसे सादा जीवन जिया जाय। इस अवसर पर महापौर पिंकी देवी ने कहा कि अवधेश लाल समाज के लिए आदर्श है, समाज को इनसे सीख लेने की जरूरत हैं।

विमोचन-सह-परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए डॉ. भगवान प्रसाद सिन्हा ने कहा कि आज के युग मे निरंजन जैसा पुत्र मिलना भाग्य नहीं सौभाग्य की बात हैं। मुकुल लाल को विशेष बधाई जो लगातर कलम को उभारने का काम कर रही हैं।

मौके पर कवयित्री मुकुल लाल ने बताया कि यह पुस्तक उनके पति दिवगंत अवधेश लाल को समर्पित है।हमेशा वकालत करते थे, लेकिन साहित्य से प्रेम था। मरणोपरांत देहदान करने की उनकी इच्छा को पूरा किया। भारद्वाज गुरुकुल के निदेशक शिव प्रकाश भारद्वाज ने कहा कि किताब से दूर होने का नतीजा है।

आज चौथे-पांचवें वर्ग के बच्चे अभद्र होते जा रहे हैं, क्योंकि वह पुस्तक से काफी दूर हो चुके हैं। लोग तनाव में रह रहे हैं, वह पुस्तक को अपना साथी बनाएं। दिलीप सिन्हा ने कहा कि शरीर दान जैसे साहसिक निर्णय पूरे परिवार के साथ लेना, यह अच्छी पहल है।

प्रलेस के सचिव कुंदन कुमारी ने कहा कि देहदान के बाद मेरी श्रद्धा इस परिवार के प्रति और बढ़ गई। साहित्य से मुकुल लाल को इतना प्रेम था कि किताब नहीं प्रकाशित होता था तो वह रात भर बैचैन रहती थी। जब तक किताब का प्रकाशन नहीं हो जाए।

कार्यक्रम को जीडी कॉलेज के उर्दू विभागाध्यक्ष डॉ. सहर अफरोज, कवि प्रफुल्ल मिश्रा, चतुरंग के प्रकाशक प्रदीप बिहारी, पूर्व महापौर आलोक कुमार अग्रवाल, वार्ड पार्षद पूजा कुमारी, जयमंगला वाहिनी के मीडिया प्रमुख सुमित कुमार ने भी संबोधित किया। मंच संचालन कुंदन कुमार एवं पुष्कर प्रसाद सिन्हा ने किया।

हिन्दुस्थान समाचार/सुरेन्द्र/चंदा

   

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