रामलला का आमंत्रण का अनादर कर अखिलेश यादव ने अपनी राजनैतिक कब्र खोदी : नन्दी

लखनऊ, 10 जनवरी (हि.स.)। पांच सौ वर्षों की कठिन तपस्या एवं कड़े संघर्षों के बाद श्री अयोध्याधाम में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां करोड़ों सनातनियों में जबर्दस्त उत्साह है। वहीं समाजवादी पार्टी(सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्राण प्रतिष्ठा समारोह में सम्मिलित होने का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया है। इस पर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्दगोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए मंत्री नन्दी ने लिखा है कि अखिलेश यादव निमंत्रण ठुकराना आपकी इच्छा नहीं बल्कि मजबूरी है।

मंत्री नन्दी ने 'एक्स' पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि समाजवादी पार्टी हिन्दू विरोध और तुष्टिकरण की बुनियाद पर खड़ी है। इसलिए,अखिलेश यादव जी रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना आपकी इच्छा नहीं, बल्कि मजबूरी है। आपके पुरखों से आपको कुर्सी के साथ सनातन विरोध का डीएनए भी विरासत में मिला है। वैसे भी जिसका दामन निर्दोष और निरपराध रामभक्तों के खून से सना हुआ है। जिसने सरेआम मजहब के नाम पर दंगाइयों को संरक्षण दिया हो। जिसने जाति और धर्म के आधार पर प्रदेशवासियों में फर्क किया हो। उसके आने से प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र समारोह दूषित ही होता। याद रखिये वोट बैंक को खुश करने के चक्कर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण का अनादर करके आपने स्वयं अपनी राजनैतिक कब्र खोदी है।

हिन्दुस्थान समाचार/मोहित/राजेश

   

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