मप्रः राज्य स्तरीय ब्रास बैंड प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

मप्रः राज्य स्तरीय ब्रास बैंड प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ

- भोपाल, इंदौर और जबलपुर में 330 प्रशिक्षुओं को 90 दिवस में दिया जाएगा प्रशिक्षण

- टीमवर्क की प्रेरणा देता है पुलिस बैंड : डीजीपी

भोपाल, 10 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के निर्देशों के अनुक्रम में प्रदेश की सभी पुलिस इकाइयों में पुलिस ब्रास बैंड की स्थापना की जा रही है। पदभार ग्रहण करने के तीसरे दिन ही मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने पुलिस मुख्यालय में आयोजित पुलिस अधिकारियों की समीक्षा बैठक में पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए कहा था कि हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना की जाए। इसी तारतम्य में बुधवार को भोपाल की सातवीं वाहिनी स्थित मध्यप्रदेश पुलिस बैंड ट्रेनिंग प्रशिक्षण विद्यालय में राज्य स्तरीय ब्रास बैंड प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना ने कहा कि पुलिस बैंड सभी को टीमवर्क की प्रेरणा देता है। 10 जनवरी से प्रारंभ इस 90 दिवसीय प्रशिक्षण में सातवीं वाहिनी भोपाल में 100, प्रथम वाहिनी इंदौर में 107 तथा छठीं वाहिनी जबलपुर में 123 पुलिस अधिकारियों/ कर्मचारियों को बैंड वादन तथा वाद्य यंत्रों का सघन प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन 330 प्रशिक्षुओं में प्रदेश की सभी बटालियनों के पुलिसकर्मी सम्मिलित किए गए हैं ताकि सभी इकाइयों में बैंड स्थापना के लक्ष्य को शीघ्र पूरा किया जा सके।

जनमानस और पुलिस के बीच की सहभागिता को बढ़ाता है पुलिस बैंड : डीजीपी

डीजीपी सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री जी की यह पहल पुलिस और जनता के बीच निकटता लाने के साथ ही उत्साह का संचार करेगी। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पर्वों पर पुलिस बैंड महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब बैंड की धुन बजती है तो सभी में देशभक्ति की भावना का संचार होता है और गर्व का अनुभव होता है। राष्ट्रीय भावना जाग्रत करने में पुलिस बैंड का महत्वपूर्ण स्थान है। विभिन्न अवसरों पर पुलिस बैंड का प्रदर्शन जनमानस और पुलिस के बीच की सहभागिता को बढ़ाता है। उल्लास के क्षणों में बैंड का उद्घोष जनता में सुरक्षा की भावना को सुदृढ़ करता है। साथ ही इस से लोकतंत्र का समवेत् स्वर उद्घोषित होता है।

उन्होंने पुलिस बैंड के सदस्यों से कहा कि प्रशिक्षण पूरी तन्मयता से प्राप्त करें। प्रशिक्षण में जो भी सीेखें मनोयोग से सीखें। सुर-ताल के साथ कदम मिलाते पुलिस के जवान और आपके द्वारा बजाई जाने वाली देशप्रेम एवं राष्ट्रभक्ति पूर्ण गीतों की रोमांचक धुनें जहां जन-मन में राष्ट्रप्रेम की भावना का संचार करेंगी वहीं पुलिस के मन में ''देशभक्ति-जनसेवा'' के संकल्प को भी और मजबूत करेंगी।

सातवीं वाहिनी के पुलिस ब्रॉस बैंड ने दी मनमोहक प्रस्तुति

प्रशिक्षण कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर सातवीं वाहिनी के पुलिस ब्रास बैंड ने मनमोहक प्रस्तुति देकर उपस्थितजनों में देशप्रेम की भावना जाग्रत कर दी। ब्रास बैंड ने देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत गीतों की लयबद्ध प्रस्तुति दी। ब्रास बैंड की प्रस्तुति की सभी पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने सराहना की।

साप्ताहिक रोस्टर अनुसार दिया जाएगा प्रशिक्षण

प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को शारीरिक व्यायाम (पीटी), ड्रिल (खाली हाथ/वाद्ययंत्र के साथ), वाद्ययंत्र के बारे में जानकारी, वाद्ययंत्र वादन बाह्य प्रशिक्षण एवं वाद्ययंत्र आंतरिक प्रशिक्षण (थ्योरी) विषयों पर प्रतिदिन 08 पीरियड्स में साप्ताहिक रोस्टर के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाएगा।

मध्यप्रदेश पुलिस बैंड ट्रेनिंग स्कूल प्रदेश का एकमात्र बैंड एवं बिगुलर ट्रेनिंग सेंटर

मध्यप्रदेश राज्य के गठन के समय से ही प्रदेश में पुलिस बैंड स्थापित रहा है। सातवीं वाहिनी स्थित बैंड स्कूल का गठन 15 अगस्त 1988 को हुआ था। मध्यप्रदेश पुलिस बैंड ट्रेनिंग स्कूल प्रदेश का एकमात्र बैंड एवं बिगुलर ट्रेनिंग सेंटर है। यहां पर गठन से अभी तक ब्रास बैंड में अधिकारी/कर्मचारियों सहित लगभग 308 प्रशिक्षणार्थी एवं पाइप बैंड के लगभग 131 अधिकारी/कर्मचारी रिफ्रेशर फोर्स के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त कर विभिन्न इकाइयों में बैंड वादन कर रहे हैं। साथ ही बिगुल वादन में 18 सत्र चलाकर कुल 372 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षित किया गया है। वर्तमान में प्रथम वाहिनी इंदौर, द्वितीय वाहिनी ग्वालियर, नवीं वाहिनी रीवा, छठी वाहिनी जबलपुर और सातवीं वाहिनी भोपाल में पुलिस बैंड दल उपलब्ध है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश

   

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