प्रधानमंत्री मोदी की प्रेरणा से बना खेलों का माहौल : मुख्यमंत्री

सम्बोधित करते सीएम योही आदित्यनाथ सम्बोधित करते सीएम योही आदित्यनाथ

- गांव-गांव में तैयार हो रहा स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर : योगी

- सीएम ने किया सांसद खेल महाकुंभ के समापन समारोह में विजयी खिलाड़ियों को पुरस्कृत

गोरखपुर, 12 जनवरी (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से खेलो इंडिया, फिट इंडिया और सांसद खेल महाकुंभ के आयोजनों से देश में खेलों का बेहतरीन माहौल बना है। इसी माहौल को और शानदार बनाने के लिए उत्तर प्रदेश गांव-गांव में स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रही है। खिलाड़ियों को सभी संसाधन और सुविधा देने के साथ खेल की उनकी उपलब्धियों को भारी पुरस्कार राशि और सरकारी नौकरियों से जोड़ रही है।

मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार दोपहर बाद जंगल कौड़िया स्थित महंत अवेद्यनाथ स्टेडियम में आयोजित सांसद खेल एवं लोक कला महाकुंभ के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कबड्डी, वॉलीबाल, फुटबाल, एथलेटिक्स और कुश्ती के विजेताओं और उप विजेताओं को पुरस्कृत कर उनका मनोबल बढ़ाया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में करीब सात साल पहले तक खेल इंफ्रास्ट्रक्चर की कल्पना तक नहीं की जा सकती थी। पर, आज हर गांव में खेल के मैदान व ओपन जिम बन रहे हैं। हर गांव में खेलों को लेकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा हो रही है। गांवों में 80 हजार युवक मंगल दलों व महिला मंगल दलों को स्पोर्ट्स किट वितरित किए जा चुके हैं। गांवों में पंचायत सचिवालयों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़कर युवाओं को सभी सुविधा उपलब्ध कराने के प्रयास हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो बातें कल्पना से दूर थीं आज वह हकीकत हैं। आज जंगल कौड़िया में कॉलेज के साथ खेल प्रतिभाओ के लिए ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज के नाम से सभी सुविधाओं से युक्त स्टेडियम और स्थानीय कलाकारों के लिए आडिटोरियम बन चुका है।

खेल नीति बनाने वाला यूपी देश का पहला राज्य

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश खेल नीति बनाने वाला देश का पहला राज्य है। इस नीति के तहत सरकार ने ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ, विश्व चैंपियनशिप में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के लिए सरकारी नौकरी का प्रावधान किया है। उन्होंने कहा कि गत एशियाड में चीन की खिलाड़ी को पछाड़कर गोल्ड मेडल जीतने वाली प्रदेश की खिलाड़ी पारुल चौधरी ने अपनी जीत की प्रेरणा को लेकर प्रदेश की खेल नीति को श्रेय दिया है। पारुल ने कहा था कि उन्हें गोल्ड मेडल जीतने पर डिप्टी एसपी की नौकरी देने की यूपी सरकार की घोषणा पर पूरा यकीन था और इसी यकीन ने उनके अंदर ऐसा जोश भर दिया कि उन्होंने चीन की खिलाड़ी को पीछे छोड़ स्वर्ण पदक जीत लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि खिलाड़ियों का खेल नीति पर यह विश्वास हमारे लिए एक उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ओलंपिक एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने पर छह करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि घोषित के रखी है। रजत व कांस्य पदक पर भी बड़ी धनराशि का पुरस्कार तय करने के साथ एशियाड, कामनवेल्थ और विश्व चैंपियनशिप में भी विजेताओं को नकद पुरस्कार का प्रावधान है। सरकार खिलाड़ियों को नौकरी देने के साथ ही खेल इंफ्रास्ट्रक्चर को तेजी से आगे बढ़ा रही है।

सर्वांगीण विकास के लिए खेलकूद व सांस्कृतिक कार्यक्रम भी जरूरी

योगी ने सांसद खेल महाकुंभ के सभी प्रतिभागियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि सर्वांगीण विकास के लिए युवाओं को पाठ्यक्रम के साथ खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी सहभागिता करनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्वामी विवेकानंद की ओजस्विता का स्मरण कराते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद ने भारत के गौरव को वैश्विक मंच तक पहुंचाया था। खेल के साथ सांसद स्पर्धा में वाद्य, गायन, नृत्य, नाटक आदि विधाओं के कलाकारों को भी मंच उपलब्ध कराने के लिए सीएम ने सांसद रविकिशन की सराहना की।

कल्पना से परे है गोरखपुर का विकास

मुख्यमंत्री योगी ने गोरखपुर में विकास से आए बदलाव की भी चर्चा की। उन्होंने कहा गोरखपुर का इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कल्पना से परे है। यहां खाद कारखाना शुरू हो गया है। एम्स बन गया है। जंगल कौड़िया से नेपाल तक जाने वाली सड़क 4 से 6 लेन तक बन रही है। कहीं इंटर कॉलेज, पॉलिटेक्निक तो कहीं आईटीआई बन रहे हैं। जनता और युवाओं की आवश्यकता के अनुरूप सभी कार्य कराए जा रहे हैं।

श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर नागरिकों को समझाई जिम्मेदारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों को मकर संक्रांति (खिचड़ी) और 22 जनवरी को अयोध्या में श्रीरामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की बधाई और शुभकामनाएं दीं। साथ ही उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर लोगों को उनकी जिम्मेदारी भी अनुरोध पूर्वक समझाई। उन्होंने कहा कि सभी लोग 14 जनवरी से हर गांव, कस्बे में स्वच्छता के वृहद अभियान का हिस्सा बनें। 15 जनवरी को जरूरतमंद लोगों में खिचड़ी का वितरण करें। 16 जनवरी से सभी देव मंदिरों के रामनाम संकीर्तन शुरू करें। 22 को अयोध्या का समारोह लाइव देखें। इस दिन गांव गांव भंडार आयोजित कर जरूरमंद लोगों को भोजन कराएं, उन्हें ऊनी वस्त्र वितरित करें। शाम को श्रीराम ज्योति जलाकर दीपोत्सव मनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी के बाद किसी एक तिथि में सांसद-विधायक के साथ आम लोगों को अयोध्या में श्रीरामलला के भव्य दर्शन की व्यवस्था कराई जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ. आमोदकांत /प्रभात

   

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