कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी में वैज्ञानिक सलाहकार समिति की हुई बैठक

हरिद्वार, 16 जनवरी (हि.स.)। कृषि विज्ञान केंद्र धनौरी हरिद्वार की 19वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक का केंद्र के सभागार में आयोजन किया गया। बैठक में जनपद के कृषि विकास की गहन चर्चा की गई।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए पंतनगर विश्वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉक्टर जितेंद्र क्वात्रा ने परंपरागत फसल प्रणाली से हटकर बाजार मांग के अनुसार फसल प्रणाली पर कार्य करने की बात कही। उन्होंने कहा कि कृषि को फायदेमंद बनाने हेतु किसानों को समेकित कृषि प्रणाली पर कार्य करना चाहिए। उन्होंने पशुपालन को कृषि में बढ़ावा देने की बात कही।

केंद्र के प्रभारी अधिकारी डा. पुरुषोत्तम कुमार ने केंद्र द्वारा जनपद हरिद्वार में कृषि उत्थान के लिए किए गए कार्यों की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। बैठक में आगामी वर्ष हेतु कृषि कार्य को करने की रणनीति भी तैयार की गई। इसमें पंतनगर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ संजय चौधरी, डॉक्टर जेएल सिंह, डॉ वीके सिंह, डॉ एके शर्मा तथा डॉक्टर बी भुज ने भी प्रतिभाग किया। बैठक में प्राकृतिक खेती, नैनो यूरिया, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन तथा फूलों की खेती का रकबा बढ़ाने की बात कही गई।

इसमें ओम प्रकाश, जय प्रकाश, डा. बांके बिहारी, डॉक्टर अतुल कुमार गुप्ता, डॉक्टर सुमन सैनी, सोमांश गुप्ता सहित जनपद के अन्य अधिकारियों ने अपने सुझाव दिए।

इस अवसर पर केंद्र के सभी वैज्ञानिकों द्वारा अपने द्वारा किए गए वार्षिक क्रियाकलाप का प्रस्तुतीकरण किया। आगामी कार्य वर्ष की कार्य योजना पर भी चर्चा की गई। बैठक में अन्य विषयों के साथ मृदा उर्वरता बकरी पालन डेरी उत्पादन जैसे विषयों पर गंभीरता से कार्य करने की बात कही गई। जनपद में चल रहे कृषक उत्पादक संगठन जैसे जीवामृत तथा भू अमृत के निदेशक विजयपाल एवं रवि किरण सैनी ने कृषकों को अपने कृषि उत्पादों का उचित मूल्य उचित मूल्य प्राप्त करने तथा बिचौलियों से बचने हेतु संगठन से जोड़ने का सुझाव दिया।

बैठक में नामित सदस्यों के साथ-साथ कई प्रगतिशील किसान मामचंद त्यागी, चौधरी सुशील कुमार श्रीमती शरद सैनी श्रीमती मंजू सैनी ने भी अपने विचार व्यक्त किया। अटारी जोन 1 लुधियाना से डॉक्टर प्रीति मंगाई ने वर्चुअल मोड में इस बैठक में प्रतिभा किया।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/रामानुज

   

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