उप्र में पूरे जनवरी माह गलन रहेगी बरकरार, कानपुर में दो डिग्री पहुंचा पारा

कानपुर, 19 जनवरी (हि.स.)। पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी और पछुआ हवाओं ने इस कदर सिहरन भरी सर्दी बढ़ा दी है कि उत्तर प्रदेश को लोग घरों पर दुबकने के लिए विवश हो गए हैं। शुक्रवार को तो कानपुर में न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री पहुंच गया और धूप न निकलने से गलन और बढ़ गई। मौसम विभाग का कहना है पूरे जनवरी माह ऐसी ही सर्दी रहेगी, लेकिन आगामी 24 घंटे में नये पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से सर्द हवाएं कमजोर होंगी, जिससे कुछ राहत मिल सकती है।

चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने शुक्रवार को बताया कि समुद्र तल से 12.6 ऊपर पर 140 से 160 किलोमीटर की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में चल रही हैं। दक्षिण असम के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण औसत स्तर से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उससे सटे भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक से निचले स्तर पर तेलंगाना और विदर्भ होते हुए छत्तीसगढ़ के मध्य भागों तक फैली हुई है। मौसम की इन गतिविधियों से उत्तर प्रदेश में फिलहाल सर्दी से लोगों को राहत मिलती नहीं दिख रही है और पूरे जनवरी माह भीषण सर्दी पड़ेगी। ऐसे में किसान भाइयों को सलाह दी जाती है कि खेतों पर सिंचाई करके नमी बरकरार रखे ताकि पाला से फसलों का बचाव हो सके।

बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 11.8 और न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 94 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 80 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 1.7 किमी प्रति घंटा रही। मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, अगले पांच दिनों आसमान साफ रहने के कारण वर्षा की कोई संभावना नहीं है। प्रातःकाल एवं रात्रि के समय शीत लहर, धुन्ध के साथ घने कोहरा छाये रहने के आसार है।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय/राजेश

   

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