धर्म के संरक्षण संवर्धन में ब्रह्मलीन विनोद गिरि महाराज का योगदान अतुल्य : रूपेंद्र प्रकाश

-ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज की पुण्यतिथि पर संत समाज ने दी श्रद्धांजलि

हरिद्वार, 27 जनवरी (हि.स.)। जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संगठन मंत्री ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज की तीसरी पुण्यतिथि पर संत समागम आयोजित किया गया। संत महापुरुषों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए महान पुण्य आत्मा बताया।

भूपतवाला स्थित बाबा अमीर गिरी धाम में आयोजित संत सम्मेलन में प्राचीन अवधूत मंडल के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी रूपेंद्र प्रकाश ने कहा कि ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज एक महान तपस्वी संत थे। जिनकी ओजस्वी वाणी और तेजस्वी स्वरूप सभी के हृदय में अपनी छाप छोड़ गया है।

पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी एवं महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरि महाराज ने कहा कि संतों का जीवन निर्मल जल के समान होता है। श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज साक्षात त्याग एवं तपस्या की प्रतिमूर्ति थे। जिन्होंने संत समाज को एकजुट कर हमेशा सनातन धर्म के उत्थान के लिए संघर्ष किया। बाबा अमीर गिरी धाम की अध्यक्ष गीतामनीषी साध्वी डॉ. राधागिरी ने कहा कि पूज्य गुरुदेव ब्रह्मलीन श्रीमहंत विनोद गिरि महाराज विलक्षण प्रतिभा के धनी संत थे। उनके द्वारा गंगा तट से जो सेवा प्रकल्प प्रारंभ किए गए थे। उनमें निरंतर बढ़ोतरी कर उनके अधूरे कार्य को पूरा किया जा रहा है।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए जूना अखाड़े के सचिव महंत देवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि संत महापुरुष केवल शरीर त्यागते हैं। समाज कल्याण के लिए उनकी आत्मा हमेशा इस धरा पर विराजमान रहती है।

इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरि, महामंडलेश्वर स्वामी प्रेमानंद गिरी,महंत सूरज दास, महंत राम गिरी, स्वामी राजेश गिरी, महंत साधनानंद, स्वामी रविदेव शास्त्री, स्वामी हरिहरानंद,स्वामी दिनेश दास,महंत मोहन सिंह, महंत तीरथ सिंह, सत्यप्रकाश जखमोला, मनोज जखमोला, गीतांजलि जखमोला, सहित बड़ी संख्या में संत महंत और श्रद्धालु भक्त उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार/ रजनीकांत/रामानुज

   

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