असम में 1,06,701 मिड-डे मील रसोइये - शिक्षा मंत्री पेगू

- असम विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन शून्यकाल में मध्याह्न भोजन कर्मियों के वेतन को लेकर चर्चा

गुवाहाटी, 09 फरवरी (हि.स.)। असम विधानसभा के बजट सत्र के आज पांचवे दिन आज शून्यकाल में दो मुद्दों पर चर्चा हुई। एआईयूडीएफ विधायक अशराफुल हुसैन ने मध्याह्न भोजन कर्मियों के वेतन में वृद्धि का मुद्दा सदन में उठाया। सदन में इस पर व्यापक चर्चा हुई। दूसरी ओर, कांग्रेस विधायक भास्कर ज्योति बरुवा ने जागीरोड और कछार की दो पेपर मिलों के संबंधित विभिन्न पहलुओं को उठाया। इन मुद्दों पर शून्यकाल के दौरान सदन में विस्तार से चर्चा की गई।

विधायक अशराफुल हुसैन द्वारा उठाए गए मध्यान्ह भोजन रसोइयों के वेतन के मुद्दे के उत्तर में मंत्री डॉ. रनोज पेगू ने सदन को बताया कि प्रत्येक स्कूल में 25 छात्रों पर एक रसोइया को नियुक्त किया गया है। दूसरी ओर, स्कूल में दो रसोइये और सहायक नियुक्त किए जाते हैं, जिसमें 26-100 छात्र होते हैं। दूसरी ओर, प्रत्येक 100 छात्रों की वृद्धि के साथ, एक अतिरिक्त रसोइया नियुक्त किया जाता है। शिक्षा मंत्री पेगू ने सदन को सूचित किया कि असम में वर्तमान में 1,06,701 मध्याह्न भोजन रसोइये हैं। इन रसोइयों को 1,500 रुपये मानदेय के रूप में भुगतान किया जाता है। इस पैसे में से 900 रुपये केंद्र सरकार और 100 रुपये राज्य सरकार खर्च करती है। दूसरी ओर पिछले दिनों राज्य सरकार की ओर से प्रत्येक को 500 रुपये और बढ़ा दिए गए, इस प्रकार रसोइयों को कुल 1,500 रुपये मिलते हैं।

मंत्री पेगू ने कहा कि राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से केंद्र सरकार द्वारा दी जाने वाली 900 रुपये को बढ़ाकर 1,500 रुपये करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों को जल्द ही चरणबद्ध तरीके से रसोई गैस और प्रेशर कुकर उपलब्ध कराए जाएंगे।

शिक्षा मंत्री ने सदन को बताया कि प्रदेश के चाय बागान इलाकों और चर क्षेत्रों में मिड डे मील के लिए अंडे अतिरिक्त दिए जाते हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/आलोक /श्रीप्रकाश/अरविंद

   

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