प्रधानमंत्री ने एक नए संकल्प के साथ देश को विकसित भारत बनाने का लक्ष्य रखा : शेखावत

जोधपुर, 12 फ़रवरी (हि.स.)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि आजादी के बाद से जिन सरकारों ने निरंतर अभावों, प्रतिकूलताओं और संसाधनों की कमी का रोना रोया, उसके उल्ट पिछले 10 सालों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने प्रचुरता के साथ काम करते हुए, काम करने की एक नई परिभाषा गढ़ने का काम किया।

बीएसएफ फ्रंटियर मुख्यालय में आयोजित रोजगार मेले के शुभारंभ अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि संभावनाओं, अवसरों, संसाधनों और युवा ताकत के साथ आजादी के 75 साल तक देश को जिस मुकाम पर पहुंचना चाहिए था, देश उस मुकाम तक नहीं पहुंच पाया। क्योंकि पिछली सरकारें उन अवसरों पर काम नहीं कर पाईं। देश की आजादी में जिन लोगों ने अपना सर्वस्व न्यौछावर किया है, उन्होंने इस देश को आजादी क्यों दिलानी थी? इस विजन को ध्यान में रखते हुए अपना सर्वस्व जीवन लगा दिया था, लेकिन पिछली सरकारों के कार्यकाल में उस अनुरूप काम नहीं हो पाया, लेकिन इस अमृतकाल के दौर में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश को विकसित भारत बनाने के संकल्प के साथ काम किया जा रहा है। शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री ने एक साल पहले संकल्प किया था कि विभिन्न संस्थानों, विभागों में कुल सृजित 30 लाख पदों में से जो 10 लाख यानी 33 प्रतिशत पद रिक्त हैं, जिन्हें ऑर्गेनाइज तरीके से भरा जाएगा। इसी को ध्यान में रखते हुए देश के विभिन्न हिस्सों में रोजगार मेलों का आयोजन किया जा रहा है।

मुद्रा योजना में 22 हजार 50 करोड़ का लोन

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मुद्रा योजना के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार के प्रति प्रोत्साहित किया जा रहा है। पिछले 10 साल में 22 हजार 50 करोड़ की धनराशि का लोन दिया गया है, जिसके माध्यम से 70 प्रतिशत से नए स्टार्टअप शुरू किए गए, जिनमें 67 प्रतिशत महिलाएं हैं, जबकि 60 प्रतिशत पिछड़े लोग शामिल हैं। वर्ष 2014 में जहां केवल 200-300 स्टार्टअप ही हुआ करते थे, आज इनमें 200-300 गुना बढ़ोतरी हो गई है और अभी देश में एक लाख से अधिक स्टार्टअप काम कर रहे हैं। भारत दुनिया में स्टार्टअप वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है, जिनके 10 लाख लोगों को रोजगार मिला है और 120 से ज्यादा स्टार्टअप का मार्केट वैल्यू 8 हजार 500 करोड़ से अधिक का है, अपने आप में अभूतपूर्व है।

कौशल विकास पर फोकस

शेखावत ने कहा कि प्रधानमंत्री न केवल युवाओं को रोजगार देने को लेकर काम कर रहे हैं, बल्कि उनका कौशल विकास किस तरह किया जाए। इस पर भी निरंतर काम कर रहे हैं। रोजगार प्राप्त करने जा रहे युवाओं और रोजगार में शामिल लोगों को प्रशिक्षित करने के विजन को ध्यान में रखते हुए ही प्रधानमंत्री ने कर्मयोगी पोर्टल बनाया है, जिसमें 800 से ज्यादा कोर्सेज ऐसे हैं, जिनके माध्यम से अपने कौशल को बढ़ाया जा सकता है। पिछले 10 साल में दो करोड़ से अधिक लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त, देश के बाहर भी युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल सकें।

पांचवीं बड़ी अर्थव्यवस्था बना भारत

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी ने नेतृत्व में देश की आर्थिक हालात सुधारने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। जहां पिछली सरकारों के दौरान देश की अर्थव्यवस्था ध्वस्त हो रही थी, वहीं उनके नेतृत्व में पिछले पांच वर्षों में इंग्लैंड को पिछाड़ते हुए भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी के नेतृत्व में शिक्षा और स्वास्थ्य जगत को बढ़ावा देने के लिए भी बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। पिछले 10 वर्षों के दौरान 3000 हजार से अधिक नए आईटी, 7 आईआईटीज, 16 आईआईआईटीज बने, 7 नए एम्स और 390 नए विश्वविधालय बने हैं, जिनके माध्यम से युवाओं को शिक्षा हासिल करने के लिए बेहतरीन प्लेटफार्म मिल सके।

हिन्दुस्थान समाचार/रोहित/ईश्वर

   

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