पलामू में सड़क किनारे मिली नवजात बच्ची, निःसंतान दंपति ने अपनाया

नवजात बच्ची एवं चेकअप कराने के बाद हरा शाल से ढक घर ले जाती महिला

पलामू, 15 फ़रवरी (हि.स.)। जिले के सतबरवा प्रखंड क्षेत्र के सेहरा और बोहिता गांव के बीच सड़क किनारे महुआ पेड़ के नीचे लावारिस अवस्था में एक नवजात बच्ची पड़ी मिली। आसपास के लोगों ने बच्ची को देखकर अन्य लोगों को सूचना दी। मौके पर पहुंचा सेहरा गांव का निःसंतान दंपति कृष्णा साव और उनकी पत्नी चिंता देवी ने बच्ची को अपना लिया। इससे पहले बच्ची का प्रारंभिक चेकअप सेहरा प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में किया गया।

ग्रामीणों को जानकारी मिली कि एनएच 75 ट्रेनिंग कॉलेज के पास से लोहड़ी, सेहरा-बोहिता होते हुए लेस्लीगंज तक जाने वाली सड़क किनारे सेहरा गांव के सुनसान जगह पर महुआ पेड़ के नीचे एक नवजात शिशु जिंदा हालत में झोले में रखा हुआ है। शिशु को सहेजकर एक कंबल में इस तरीके से रखा गया था कि उसे किसी तरह की खरोंच नहीं आ सके। खबर जंगल में आग की तरह फैल गई और देखते ही देखते लोगों का हुजूम बच्ची को देखने उमड़ पड़ा।

कृष्णा साव ने कहा कि बच्ची देवी का रूप लेकर उसके पास आई है। इसे सरस्वती का रूप समझकर अपने पास रख लिया है। चिंता देवी ने कहा कि उसे बड़ी खुशी हुई कि यह बच्ची हमें सारा सुख देगी। संतानहीन दंपति के चेहरे पर खुशी साफ झलक रही थी।

नवजात का हेल्थ चेकअप कराया गया: मुखिया

बोहिता की मुखिया कलावती देवी ने कहा कि नवजात शिशु का हेल्थ चेकअप सेहरा प्राथमिक चिकित्सा केंद्र से कराया गया। बच्ची की स्थिति अभी ठीक-ठाक है। गांव में लोग इस बच्ची को विद्या की देवी सरस्वती का रूप मान रहे हैं। सामाजिक कार्यकर्ता लाल बिहारी प्रसाद ने कहा कि मामले की जानकारी पुलिस को दी गई है। बच्ची को देवी का रूप मानकर हम गांववासी इसका लालन-पालन करेंगे।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिलीप कुमार/चंद्र प्रकाश

   

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